पश्चिम बंगाल अंतर्गत हावड़ा के एक स्कूल में पिछले कई दिनों से पठन-पाठन ठप है। कारण है शिक्षक शिक्षिका में प्रेम संबंध। यहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक पिछले कई दिनों से अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। उनका कहना है कि स्कूल के शिक्षक और शिक्षिका में गलत संबंध है। ऐसे में उनके बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस कारण पिछले कई दिनों से स्कूल में एक भी बच्चा पढ़ने नहीं जा रहा है। अंततः हावड़ा के जगतबल्लवपुर स्थित सरकारी स्कूल का मामला कोलकाता हाईकोर्ट में पहुंच गया है।
स्थानीय लोगों का यह है दावा
बच्चों के अभिभावकों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका महिला है और स्कूल के शिक्षक के साथ कथित तौर पर उनका गलत संबंध है। इसी कारण से स्थानीय लोग बच्चों को स्कूल में नहीं जाने दे रहे हैं। कुछ अभिभावक यह भी दावा कर रहे हैं कि कुछ दिनों पहले स्थानीय लोगों ने शिक्षक और शिक्षिका को स्कूल परिसर में ही आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इस कारण स्थानीय लोग शिक्षक शिक्षिका के साथ बच्चों को भी स्कूल आने से मना कर रहे हैं। स्कूल की स्थिति देख स्कूल सचिव ने इस मामले को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
हाईकोर्ट ने स्कूल खोलने का दिया निर्देश
हाई कोर्ट में याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिना सबूत किसी पर लांछन लगाना सही नहीं है। यह साजिश के तहत भी किया जा सकता है। दूसरी ओर कोर्ट ने कहा कि हर हाल में स्कूल खोला जाए। कानून को हाथ में लेने का किसी को भी अधिकार नहीं है। इसमें बाधा डालने वाले पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।