Srinagar news : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस में एक मुकम्मल गठबंधन हो चुका है। लेकिन, जम्मू संभाग में नेशनल कांफ्रेंस को चार सीटें देने की वजह से वहां के कई कांग्रेसी नेता नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि वे कुछ कह नहीं रहे हैं। सीट बंटवारे में जम्मू उत्तर, सांबा जिले की विजयपुर और राजौरी जिले की नौशहरा और कालाकोट सुंदरबनी सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस के खाते में गई हैं। इससे प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रवींद्र शर्मा, उदय चिब, एमके भारद्वाज समेत कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें दूसरी सीटों से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा रहा है।
पांच सीटों पर होना है दोस्ताना संघर्ष
बता दें कि राज्य में 90 सीटों पर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। समझौते में कांग्रेस को 32 और एनसी को 51 सीटें मिलीं। एक सीट सीपीआई (एम) और एक सीट पैंथर्स को दी गई। पांच सीटों पर दोस्ताना मुकाबला रखा गया है। 5 सीटों पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच दोस्ताना संघर्ष होना है। इसे गठबंधन की मजबूरी ही कहा जाएगा कि बनिहाल की सीट पूर्व सूबेदार विकार रसूल के खाते में दोस्ताना मुकाबले में आ गई। इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस भी चुनाव लड़ रही है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी, उन्होंने बताया कि अगर वह मुख्यमंत्री भी बन गईं तो भी वह केंद्र शासित प्रदेश में अपनी पार्टी के एजेंडे को पूरा नहीं कर पाएंगी।