Jodhpur Rajasthan news : डॉक्टरों को धरती पर भगवान की संज्ञा दी गई है, क्योंकि वह जान बचाने का काम करता है। लेकिन कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं, जो जान बचाने की बजाय किसी की जान लेने पर उतारू हो जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया राजस्थान के में जोधपुर में हुआ है। यहां के एक डॉक्टर ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। हम आते हैं हम घटनाक्रम पर। हुआ ऐसा की डॉक्टर साहब के घर में एक लावारिस कुत्ता घुस गया। उसके घर में घुसने मात्र से ही डॉक्टर साहब का गुस्सा सातवें आसमान पर चला गया। उन्होंने किसी तरह उस कुत्ते को पकड़ा। पकड़ने के बाद उसे रस्सी से बांध दिया। इसके बाद रस्सी के सहारे कुत्ते को उन्होंने अपनी कार में बांध दिया। इसके बाद वह गाड़ी चला कर 5 किलोमीटर तक कुत्ते को सड़क पर घसीटते रहे। उनके इस अमानवीय कृत्य को देखते हुए कई लोगों ने मिलकर उनकी गाड़ी को रुकवाया और लहूलुहान घायल कुत्ते को एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। इस कृत्य के लिए डॉक्टर साहब पर पशु क्रूरता का मामला भी दर्ज हो गया है।
प्लास्टिक सर्जन हैं डॉ रजनीश गालवा
क्रूर व्यवहार करने वाला डॉक्टर जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में बतौर प्लास्टिक सर्जन तैनात हैं। डा. रजनीश गालवा शहर की जानी-मानी पॉश कालोनी शास्त्री नगर में रहते हैं। बताया जा रहा है कि कुत्ता डाक्टर गालवा के घर में अक्सर घुस जाता था। रविवार दोपहर भी ऐसा ही हुआ। इससे गालवा गुस्से में आ गए और उन्होंने कुत्ते के साथ क्रूरता व्यवहार कर दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने किया फोन
डॉक्टर के इस हरकत को देखकर शास्त्री सर्किल पर हृदयेश सिंह और अपर्णा जस्सा समेत अन्य लोगों ने उन्हें रोका और पशुओं के लिए काम करने वाली संस्था को सूचना दी। संस्था के लोगों ने घायल कुत्ते के लिए अपनी एंबुलेंस बुलाई तो डाक्टर ने हंगामा कर दिया। उसने शास्त्रीनगर थाने की पुलिस को फोन भी कर दिया। कुछ देर में पुलिस आ गई। संस्थान के सदस्य कुलदीप ने बताया कि पुलिस ने भी एंबुलेंस को कुछ समय के लिए रोक कर रखा। इसके बाद दिल्ली से मेनका गांधी ने शास्त्री नगर थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह को फोन किया, तब एंबुलेंस को छोड़ा गया। संस्था के सदस्य हितेश ने बताया कि हमने पुलिस में रिपोर्ट दी है। थानाधिकारी ने कहा कि अपर्णा बिस्सा ने डाक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है। कानून के मुताबिक पशुओं को प्रताड़ित करना दंडनीय अपराध है।