National news, international news : सिंगापुर के नए राष्ट्रपति के तौर पर भारतीय मूल के थरमन शनमुगरत्नम ने पद भार संभाला है। इस बीच शनिवार को प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने थर्मन को बधाई देते हुए कहा कि सिंगापुर के लोगों ने थरमन भारतीय विरासत के उन नेताओं में से हैं जो वैश्विक स्तर पर इतने ऊंचे पद पर चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि शनमुगरत्नम की जीत दुनिया भर में भारतीयों के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है। आज कई देशों के उच्च पद पर भारतीय मूल के लोगों का दबदबा है। 2021 में जारी एक रिपोर्ट की बात करें तो दुनिया के 15 देशों में सार्वजनिक सेवा के उच्च पदों पर भारतीय विरासत के 200 से अधिक नेता शामिल हैं। इनमें से 60 से अधिक कैबिनेट पदों पर हैं। आइये और नजदीक से जानें विश्व फलक पर भारतीयों की धमक की…
सात समुंदर पार भी भारतीयों की धमक
✓अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति भारतवंशी महिला कमला हैरिस बनी हैं। इससे पहले वो कैलिफोर्निया की सीनेटर रहीं।
✓पिछले साल ब्रिटने में भारतीय मूल के ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बने थे। उनकी गृह सचिव भी भारतीय मूल की हैं। इनका नाम सुएला ब्रेवरमैन है। यह गोवा मूल की है। इनके अलावा एक और मंत्री क्लेयर कॉटिन्हो भी गोवा मूल के हैं।
✓ लियो एरिक वराडकर आयरलैंड के प्रधानमंत्री (ताओसीच) हैं। यह भी भारतीय मूल के हैं। जानकारी के मुताबिक उनके पिता का जन्म मुंबई में हुआ था और 1960 के दशक में यूनाइटेड किंगडम चले गए थे।
✓ साल 2015 से पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा हैं। रिपोर्ट के अनुसार वह आधे भारतीय और आधे पुर्तगाली हैं।
✓कनाडा में संघीय मंत्री भारतीय मूल की अनीता आनंद हैं। उनके अलावा कनाडा के पीएम के मंत्रिमंडल में दो और भारतीय मूल के सदस्य हरजीत सज्जन और कमल खेरा हैं।
✓त्रिनिदाद और टोबैगो की निर्वाचित राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू हैं। इनका जन्म एक इंडो-ट्रिनिडाडियन परिवार में हुआ था।
✓मॉरीशस में वर्ष 2017 से प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ है। इसके अलावा यहां के राष्ट्रपति साल 2019 से पृथ्वीराज सिंह रूपन है।
✓ 2020 से सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी हैं। इनका लेलीडॉर्प में एक इंडो-सूरीनाम हिंदू परिवार में हुआ था।