New Delhi news : रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर भाजपा और आरएसएस के आला नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री और वर्तमान में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबाले और भाजपा तथा संघ के बीच समन्वयक की भूमिका निभा रहे अरुण कुमार शामिल हुए। बताया जाता है कि बैठक में भाजपा के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार तथा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के कामकाज में सुधार जैसे विषयों पर चर्चा की गई है। माना जा रहा है कि अगस्त माह के अंत में होने जा रही संघ की बैठक से पहले ही भाजपा को नया अध्यक्ष मिल सकता है।
अब तक कोई महिला नहीं बनी राष्ट्रीय अध्यक्ष
बताया जा रहा है कि भाजपा अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर चर्चा की गई। संघ चाहता है कि नया अध्यक्ष जमीन से जुड़ा नेता होना चाहिए। संघ की यह भी इच्छा है कि भाजपा का अध्यक्ष कोई ओबीसी हो या किसी महिला को इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जाए। हम आपको बता दें कि अपने गठन के बाद से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अब तक कोई महिला नहीं विराजमान हुई है।
बता दें कि पिछले वर्ष सरकार ने नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित कराया था और अगले लोकसभा चुनावों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण भी मिलेगा, इसलिए संघ की चाहत है कि भाजपा का नेतृत्व कोई महिला ही करे।
कई नामों पर हुई चर्चा
बताया जा रहा है कि इस बैठक में उन नामों पर भी चर्चा हुई, जिन्हें इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है, मगर उन्हें पार्टी संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपे जाने की तैयारी की जा रही है। इस तरह की भी चर्चा है कि संघ में कार्य कर रहे कुछ लोग भाजपा में काम देखने के लिए भेजे जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि संघ ने भाजपा को यह फीडबैक दिया है कि पेपर लीक जैसे मुद्दे सामाजिक अशांति पैदा करते हैं। इसलिए इसका हल निकाले जाने की जरूरत है। हम आपको याद दिला दें कि आरएसएस से जुड़े संगठनों ने हाल ही में नीट पेपर लीक मुद्दे को उठाते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के कामकाज में सुधार का आह्वान किया था।