MP news : मध्य प्रदेश के रीवा से एक दुखद घटना सामने आई है। जिले में बारिश के पानी से भरे एक निर्माणाधीन सैप्टिक टैंक में तीन नाबालिग बहनें डूब गईं, जिससे उनकी मौत हो गई। तीनों बहनें नाग पंचमी के अवसर पर मिट्टी की मूर्तियों को जलाशय में विसर्जित करने के लिए घर से निकली थीं। पास में ही सेप्टिक टैंक बनाने के लिए गड्ढा खोदा गया था, जिसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। तीनों बहनें उसमें फिसल गईं और डूबने से उनकी मौत हो गई।
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छह, सात और नौ वर्ष की थी तीनों बहनें
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना शुक्रवार को गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के तमारा गांव में हुई। मृतकों की पहचान छह वर्षीय जान्हवी, सात वर्षीय तन्वी और नौ वर्षीय सुहानी रजक के रूप में हुई है। गोविंदगढ़ थाना प्रभारी शिव अग्रवाल के अनुसार स्थानीय ग्रामीणों को जब इस घटना के बारे में पता चला तो वे मौके पर पहुंचे और तीनों बहनों को पानी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
बड़ा सवाल, कौन है जिम्मेदार
बड़ा सवाल कि आखिर इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है, वह जिसने सैप्टिक टैंक की खोदाई कर उसे यूं ही छोड़ दिया। उसमें बरसात का पानी भरने के बावजूद उसके चारों ओर सुरक्षा घेरा नहीं बनाया। ऐसे कोई भी इंतजाम नहीं किए, ताकि लोग उस ओर न जाएं। या वह शहरी निकाय, जिसने किसी खतरे की आशंका को नहीं भांपा या वह परिवार जिसने नाबालिगों को अकेले ही भेज दिया। शायद तीनों ही।