Train facilities के संबंध में कोई भी निर्णय अब रेलवे द्वारा पहले की भांति नहीं लिया जाता है। नयी ट्रेनों की घोषणा भी पहले बजट के दौरान हुआ करती थी। अब रेल बजट के प्रावधान को मोदी सरकार ने खत्म कर इस तरह की घोषणाओं की इंतजार का आधार खत्म कर दिया है। सामान्यत: अब रेल यात्रियों के रिस्पांस को देखते हुए ट्रेनों का परिचालन रेलवे कर रहा है। जिस रूट पर उसे लगता है कि यात्री मिलेंगे,उस पर स्पेशल ट्रेन चलाने की व्यवस्था की जाती है। 6 से 8 महीने तक जब यात्रियों का बेहतर रिस्पांस सामने आने लगता है तो रेलवे स्वयं ट्रेन को स्थायी रूप से चलाने का निर्णय लेता है। झारखंड में हटिया से दुर्ग तक स्पेशल ट्रेन चलाई गई। यह देखा जा रहा है कि इस ट्रेन में यात्री ऑक्युपेंसी 150% से भी ज्यादा हो चुका है। इसलिए रांची डीआरएम प्रदीप गुप्ता ने इस ट्रेन के रिस्पांस को देखते हुए स्थायी करने के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे मुख्यालय और रेल मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। डीआरएम के अनुसार, जल्द ही हटिया-दुर्ग एक्सप्रेस ट्रेन स्थायी रूप से चलने लगेगी। यात्रियों की डिमांड पर रेलवे ने रांची से लखनऊ तक एसी ट्रेन चलाई थी, पर यात्री नहीं मिले। रेलवे का ऑपरेशन कॉस्ट भी नहीं निकला। घाटा होने पर बंद करना पड़। इसलिए रेलवे रांची-बनारस ट्रेन को लखनऊ तक चलाएगा।
रांची-दुमका को गोड्डा तक एक्सटेंशन
हटिया-दुर्ग एक्सप्रेस नागपुर तक चलाने की योजना है, क्योंकि दुर्ग में 8 से 10 घंटे तक ट्रेन यार्ड में खड़ी रहती है। इसलिए रेलवे इसे नागपुर तक एक्सटेंशन देगा। दुर्ग से 4 से 5 घंटे ही का नागपुर का सफर है। इसे लेकर सहमति बन गई है। गौरतलब है कि रांची- दुमका एक्सप्रेस ट्रेन को भी गोड्डा तक एक्सटेंशन दिया गया है, क्योंकि यह ट्रेन भी दुमका स्टेशन के यार्ड में 7 से 8 घंटे खड़ी रहती है। इसलिए रेलवे ने इस ट्रेन को भी गोड्डा तक एक एक्सटेंशन दिया है। अब यह ट्रेन रांची-गोड्डा एक्सप्रेस बनकर चल रही है।
इन ट्रेनों का रूट डायवर्ट
रांची की ट्रेन ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। ये तीनों ट्रेन- रांची-लोहरदगा-टोरी होकर चल रही हैं। इसमें रांची-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस लोहरदगा टोरी और रांची चोपन एक्सप्रेस ट्रेन लोहरदगा टोरी होकर चल रही है। रांची बनारस एक्सप्रेस को भी लोहरदगा टोरी होकर चलाने की योजना है।
‘ हमने कई ट्रेनों के विस्तार का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा है। जैसे ही हरी झंडी मिलेगी, ट्रेनों चलने लगेंगी। हटिया-दुर्ग को स्थायी करने का प्रस्ताव भेजा है। रांची- बनारस ट्रेन लोहरदगा टोरी होकर चलेगी।’
– प्रदीप गुप्ता, डीआरएम, रांची