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मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के मोर्टार हमले में दो जवान शहीद, मुकाबले के लिए मणिपुर ने मांगा हेलीकॉप्टर

मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के मोर्टार हमले में दो जवान शहीद, मुकाबले के लिए मणिपुर ने मांगा हेलीकॉप्टर

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Two soldiers martyred in mortar attack by Kuki militants in Manipur, Manipur asked for helicopter for combat, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, Manipur news, Imphal news : भारत-म्यांमार सीमा पर तेंगनोपाल जिले के मोरेह शहर के पास सिक्किम गांव और कानानवेंग में सुरक्षा बलों पर संदिग्ध हथियारबंद कुकी आतंकवादियों के मोर्टार हमले में दो जवान बलिदान हो गये। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मणिपुर सरकार ने तत्काल लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र भेजा है। भारत-म्यांमार सीमा पर तेंगनोपाल जिले के मोरेह शहर में बुधवार की सुबह करीब 03 बजे के आसपास कुकी आतंकवादियों के मोर्टार हमले में दो जवान बलिदान हो गये, जबकि दो और सैनिक घायल हो गये। शहीदों में एक 6वीं मणिपुर राइफल्स का जवान ओयांगखेम समरजीत मैतेई है। इसके अलावा एक अन्य की पहचान का खुलासा नहीं हुआ है। इलाके में अर्धसैनिक बलों ने कुकी उग्रवादियों के विरुद्ध तलाशी अभियान चला रखा है।

उग्रवादियों ने रॉकेट चालित ग्रेनाइट का इस्तेमाल किया

मणिपुर के गृह आयुक्त टी रणजीत सिंह ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब 03 बजे के आसपास संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने तेंगनोपाल जिले के अंतर्गत मोरेह शहर के इमा कोंडोंग लैरेम्बी देवी मंदिर के समीप आईआरबी शिविर पर मोर्टार से हमला किया। हमले के समय आईआरबी और मणिपुर पुलिस के हथियारबंद जवान सो रहे थे। सशस्त्र उग्रवादियों ने हमले में सिक्किम गांव की पहाड़ियों से रॉकेट-चालित ग्रेनेड (आरपीजी) का इस्तेमाल किया। हमले में एक सीडीओ कर्मी की मौके पर ही मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हो गये। एक अन्य जवान की बाद में अस्पताल में मौत हो गई।

असम राइफल्स का कैंप आईआरबी पोस्ट से 20 मी. दूर

उन्होंने बताया कि असम राइफल्स का कैंप आईआरबी पोस्ट से महज 20 मीटर की दूरी पर है। गोलियों की आवाज सुन कर असम राइफल्स के जवानों ने आईआरबी जवानों की सुरक्षा के लिए अपने बुलेट-प्रूफ वाहनों का इस्तेमाल किया और उग्रवादियों का सामना करने के लिए दौड़ पड़े। टी रणजीत सिंह ने कहा कि सुबह से ही दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी रही। उग्रवादी पहाड़ी चोटियों और नागरिक आवासों पर मोर्टार दाग रहे हैं। नागरिकों की सुरक्षा चिंताओं के कारण केन्द्रीय और राज्य अर्द्धसैनिक बलों को बहुत सावधानी से जवाबी कार्रवाई करनी पड़ रही है।

गृह आयुक्त टी रणजीत ने कहा कि मौजूदा संघर्ष को देखते हुए मोरे की स्थिति और खराब हो सकती है। किसी भी समय आपातकालीन चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए उन्होंने केन्द्र को एक पत्र भेज कर गोला-बारूद, सेना आदि को एयरलिफ्ट करने के लिए हेलीकॉप्टरों की मांग की है।

दो को किया गिरफ्तार

दरअसल, पिछले वर्ष तेंगनौपाल जिला के मोरेह में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या की घटना के मद्देनजर न्यू मोरेह के वार्ड नंबर 08 निवासी फिलिप खैखोलाल खोंगसाई और मौलसांग गांव निवासी हेमखोलाल मटे को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किये गये दोनों लोग कुकी संगठन के शीर्ष नेता हैं। मंगलवार को कुकी संगठन ने इन्हें बिना शर्त रिहा करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद ही इस तरह की गोलीबारी की घटना सामने आयी है।

उग्रवादी हमले के कारण लगी आग में सात घर, दो चर्च और तीन स्कूल जल कर राख

भारत-म्यांमार सीमा पर तेंगनोपाल जिले के मोरे शहर के निकट सिक्किम गांव और काननवेंग में सुरक्षा बलों पर संदिग्ध हथियारबंद कुकी उग्रवादियों के मोर्टार हमले के बाद गंभीर रूप से घायल दो जवानों को हवाई मार्ग से इंफाल के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) ले जाया गया।

बुधवार सुबह करीब 03 बजे के आसपास एक संगठित मोर्टार हमले में इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) और मणिपुर पुलिस के दो जवान बलिदान हो चुके हैं। असम राइफल्स के जवानों ने स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए आपरेशन चलाया।

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