देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर यूपी सरकार भी सतर्क हो गई है। आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व और त्योहारों को देखते हुए यूपी में बिना इजाजत शोभायात्रा और जुलूसों पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 अप्रैल को ही को देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के बाद 19 अप्रैल को उक्त निर्देश दिए।
अधिकारियों के अवकाश 4 मई तक निरस्त
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट हिदायत दी कि किसी शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस को अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र भी लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों। नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए। साथ ही मुख्यमंत्री ने कमिश्नर से लेकर थानाध्यक्ष स्तर तक के सभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के अवकाश चार मई तक के लिए तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए हैं। जो अधिकारी वर्तमान में अवकाश पर हैं, उन्हें भी अगले 24 घंटे के अंदर अपने तैनाती स्थल पर वापस लौटने को कहा गया है। इस निर्देश का पालन मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कराया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान डीजीपी मौजूद नहीं थे। बैठक में सीएम ने अलीगढ़ में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी नाराजगी जताई।