Uttar Pradesh के महोबा जिले में ग्वालियर ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों की हद दर्जे की लापरवाही सामने आई है। वहां एक घायल महिला मरीज को डॉक्टरों ने जिंदा रहते मृत घोषित कर दिया और डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया। डेथ सर्टिफिकेट के साथ जब परिजन महिला को पोस्टमार्टम हाउस लेकर पहुंचे तो उसके शरीर में हरकत होने लगी। इसके बाद परिजनों ने हंगामा करना शुरू किया। दोबारा महिला को उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका अभी इलाज हो रहा है।
दुर्घटना में घायल है महिला
जानकारी के अनुसार, महोबा के थाना महोबकंठ क्षेत्र के गांव उमरई निवासी नृपत की पत्नी जामवंती (32) 24 फरवरी को बेटे आसेन्द्र के साथ बाइक पर बहन सुशीला के घर जा रही थीं। रास्ते में दुर्घटना हुई, जिसमें वह घायल हो गई। उन्हें मेडिकल कालेज झांसी रेफर किया गया। वहां हालत नाजुक होने पर परिजन ग्वालियर ट्रामा सेंटर ले गए। वहां इलाज चल रहा था। 25 फरवरी को ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर डेथ सार्टीफिकेट जारी कर दिया था।
लापरवाह डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई
पति नृपत ने बताया कि नोडल अधिकारी डा. अभिलेख मिश्रा ने लापरवाही के इस मामले में जांच व कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि बिना ईसीजी किए मृत घोषित करना लापरवाही है। मरने की सूचना गांव पहुंची तो परिजनों में चीख पुकार मच गई। कुछ देर बाद ही दोबारा ट्रामा सेंटर में भर्ती होने की खबर मिली तो परिजन भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।