Up latest political Hindi news : 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। विभिन्न राजनीतिक दलों में शीर्ष स्तर तक के नेताओं से लेकर छुटभैया नेता तक भविष्य की संभावनाएं तलाशते हुए पाला बदलने की फिराक में है। यह बात अलग है कि महत्वकांक्षा के इस दौर में किनकी दाल किस दल में गलती है, यह देखना होगा, क्योंकि सभी की राजनीति के अपने-अपने मायने हैं, फायदे हैं। बहरहाल, शीर्ष स्तर पर राष्ट्रीय फलक की राजनीति में वरुण गांधी का नाम इन दिनों चर्चा का विषय बना है। एक चर्चा यह कि वरुण कांग्रेस की शरण में जाएंगे तो दूसरी चर्चा उनके समाजवादी पार्टी में जाने को लेकर है। इन चर्चाओं के बीच एक बात यह भी आ रही है कि वे तीसरे मोर्चे के विकल्प पर भी माथापच्ची कर रहे हैं।
भाजपा से कुट्टी के लग रहे कयास
वरुण गांधी का भाजपा से नाता टूटना तय है, ऐसा माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण गांधी को लेकर ऐसे कयास इसलिए भी लग रहे हैं, क्योंकि हाल के दिनों में उन्होंने अपनी ही सरकार के कामों पर लगातार सवाल उठाए हैं। कई मौकों पर सरकार की बखिया उधेड़ी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब वह भाजपा में कुछ ही दिनों के मेहमान हैं।
अपनी पार्टी बनाने का भी विकल्प
संभव है कि वरुण गांधी भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को भी झटका दें और एक नई पार्टी का गठन करें। चर्चा है कि उनके इस कार्य में उनकी मां मेनका गांधी भी साथ देंगी। ऐसे में यह भी संभव है कि पीलीभीत लोकसभा सीट से वे संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार भी हो जाएं। हालांकि, वरुण गांधी की ओर से इस दिशा में अबतक कोई संकेत नहीं दिए गए। लेकिन, राजनीतिक समीकरणों का ताना-बाना बुनने वाले लोग मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को देखकर यह आकलन लगा बैठे हैं।