Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे रणनीति बनाने और बूथ जीतने के लिए अनुभवी कार्यकर्ताओं से सलाह लें। साथ ही, उन्होंने कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया पर सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने और महिलाओं के व्हाट्सएप ग्रुप बनाने पर भी जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को नमो ऐप के माध्यम से उत्तर प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत के कारण लोकसभा-विधानसभा के हर चुनाव में नये रिकॉर्ड बन रहे हैं। मोदी ने कहा कि कार्यकर्ताओं का यह जोश देख कर मुझे तो प्रसन्नता होती है, लेकिन बाकी पार्टियों के नेता तो आपका यह जोश देख कर पहले ही ठंडे पड़ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि आप सभी वोटरों के सीधे सम्पर्क में होते हैं, उनके लिए आप ही भाजपा का चेहरा होते हैं। जब आप उनसे मिलते हैं, तो वे आप में भी मोदी को ही देखते हैं। आप उन्हें जो भी बता रहे होते हैं, तो उन्हें लगता है, ये मोदी बता रहा है। आप उन्हें जो भी गारंटी देते हैं, तो आप पर भरोसा करते हैं कि ये मोदी के साथी हैं, तो गांरटी में ताकत है। इसलिए आप मतदाताओं की नजरों में बहुत बड़े व्यक्ति होते हैं।
प्रधानमंत्री ने परिवारवाद की राजनीति की निंदा करते हुए कहा कि चाचा-भतीजा परिवार से उप्र का मोह बहुत पहले ही भंग हो चुका है। इस चुनाव में परिवारवाद के खिलाफ हम लड़ाई लड़ रहे हैं। परिवारवादी राजनीति के खिलाफ हम लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।
राज्य के साथ उत्तर प्रदेश के निवासियों के भावनात्मक जुड़ाव पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग किसी स्वार्थ की वजह से नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं और हमेशा उस भावना से बंधे रहते हैं।
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से चुनाव अभियान के दौरान संवेदनशीलता और विनम्रता के साथ आचरण करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के रूप में आप सभी का प्रयास होना चाहिए कि आपके काम या व्यवहार से किसी को ठेस न पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतदाताओं को केन्द्र सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने को कहा। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा सबसे बड़ी चुनौती
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव में सबसे बड़ी चुनौती हिंसा की होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें प्रत्येक मतदाता के घर तक पहुंचना है और उन्हें निडर होकर मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
प्रधानमंत्री ने नमो ऐप के माध्यम से पश्चिम बंगाल के भाजपा कार्यकतार्ओं के साथ संवाद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा की चुनौती को स्वीकार करते हुए चुनाव आयोग द्वारा कड़े सुरक्षा उपायों का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘हम सब भी बंगाल की स्थिति पर नजर बनाये रखते हैं। हमें हर वोटर के घर पहुंच कर उन्हें हौसला देना है कि वे निडर होकर मतदान करें।’
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों और टीएमसी के विरोध के बीच लगातार काम करनेवाले भाजपा कार्यकर्ताओं के दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत संकटों के बीच सार्वजनिक सेवा के प्रति कार्यकर्ताओं का दृढ़ समर्पण सराहनीय है।
मोदी ने पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे शत्रुता का सामना करने के बावजूद साहसपूर्वक लोगों की सेवा करना जारी रखें, क्योंकि इससे विश्वास और समर्थन बढ़ेगा। उन्होंने हिंसा के माध्यम से व्यवधान डालने की टीएमसी की कोशिशों के सामने कार्यकर्ताओं की बहादुरी पर प्रकाश डाला और लोकतंत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘टीएमसी द्वारा हिंसा का सहारा लेकर भाजपा को रोकने की कोशिश होती है। देश ने यह भी देखा है कि कैसे भाजपा कार्यकर्ता निडर होकर अपने बूथ पर डटे रहे और वोटरों का साथ दिया।’
उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग अब समझ चुके हैं कि टीएमसी सरकार ना तो केन्द्र की योजनाएं ठीक से लागू होने देती है और ना ही खुद से काम करती है। सरकारी खजाने की लूट और गुंडों का संरक्षण टीएमसी सरकार का एजेंडा हो गया है। सरकार के महत्वपूर्ण विभाग जेल से चल रहे हैं। इस सरकार में ना तो लोगों का जीवन सुरक्षित है और ना ही महिलाओं का सम्मान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 साल में जो हुआ, वह तो सिर्फ ट्रेलर है, अभी तो बहुत कुछ करना है। अभी तो हमें देश को बहुत आगे लेकर जाना है। बीते 10 वर्षों में केन्द्र सरकार ने गरीबों का जीवन बदलने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। इसी का परिणाम है कि आज करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये हैं। हमारी नीयत सही है, इसलिए नतीजे सही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल में केन्द्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में ममता बनर्जी सरकार द्वारा बाधा डाली जाने के बारे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया।