Weather News : जलती-चुभती गर्मी को लेकर पूरा देश हलकान है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने थोड़ी ही सही, परंतु विलंब से मानसून के आने की बात कही है। विभाग के अनुसार केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत लगभग चार जून तक होगी। ऐसे बताते चलें कि सामान्य तौर पर एक जून तक मानसून केरल में दस्तक देता है। भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर इसलिए भी भरोसा किया जा सकता है कि अगर 2015 की बात छोड़ दें तो विभाग का पूर्वानुमान पिछले 18 वर्षों में सही साबित हुआ है। आइए मानसून से जुड़ी कुछ और बातों पर फोकस करें…
- वर्षा आधारित कृषि भारत का एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसमें कृषि क्षेत्र का 52% इस पद्धति पर ही निर्भर करता है।
- बता दें कि मानसून और मौसम के दौरान देश में कुल बारिश के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।
- मानसून के जल्दी या देरी से पहुंचने का मतलब यह नहीं कि देश के अन्य हिस्सों में पहले बारिश नहीं हो सकती है।
- माना जा रहा है कि मानसून में देरी के कारण चक्रवात मोचा है।
- भारतीय उपमहाद्वीप में अपर्याप्त ताप भी मानसून के विलंब से आने का कारण बन सकता है।