West Bengal (पश्चिम बंगाल) पैगंबर विवाद का मामला और गंभीर होता जा रहा है गौरतलब है कि नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में 10 मार्च जून को जुमे की नमाज के बाद उपद्रवियों ने हावड़ा में बीजेपी के दफ्तर को आग के हवाले कर दिया था। इसे लेकर BJP नेता शुभेंदु अधिकारी और बंगाल पुलिस आमने-सामने है। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को हावड़ा जाने से रोका गया तो उन्होंने पुलिस को चुनौती दे डाली है। कहा है कि वह पुलिस के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। हिंसा के बाद से हावड़ा में धारा 144 लगाई गई है।
प्रशासन को उनकी सुरक्षा की चिंता
शुभेंदु अधिकारी के गृह नगर में कांथी पुलिस स्टेशन से एक लेटर जारी करके कहा गया कि उन्हें हावड़ा आने से इसलिए रोका गया है क्योंकि प्रशासन को उनकी सुरक्षा की चिंता है। वहीं अधिकारी ने कांथी से हावड़ा रवाना होने से पहले कहा, हावड़ा में हमारे पार्टी कार्यालय पर हमला किया गया और मैं वहां जाऊंगा। मैं धारा 144 का उल्लंघन नहीं करूंगा और अकेला ही जाऊंगा। अगर पुलिस ने रोका तो मैं अगले दिन कोर्ट चला जाऊंगा।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को किया अरेस्ट
बता दें कि इससे पहले राज्य में भाजपा प्रमुख सुकांता मजूमदार भी हावड़ा जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया गया था। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ‘पहले ममता बनर्जी ने सुकांत मजूमदार को हिरासत में लिवाया और अब विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को हावड़ा जाने से रोक रही हैं। उनका पूरा फोकस विपक्ष पर है न कि दुधैल गायों पर है।’ उधर, टीएमसी के कुणाल घोष ने कहा कि अधिकारी हावड़ा इसलिए जाना चाहते हैं, ताकि वह संकट को और बढ़ा सकें। उन्होंने कहा, ‘उन इलाकों में जाने की क्या जरूरत है जहां धारा 144 लगी हुई है। वह केवल दिक्कत बढ़ाना चाहते हैं। भाजपा राज्य का शांतिपूर्ण वातावरण खराब कर रही है।’