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West Bengal: संदेशखाली का मुख्य आरोपित टीएमसी नेता शेख शाहजहां गिरफ्तार

West Bengal: संदेशखाली का मुख्य आरोपित टीएमसी नेता शेख शाहजहां गिरफ्तार

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Kolkata news, West Bengal news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : कलकत्ता हाई कोर्ट की फटकार के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस की नींद टूटी। पुलिस ने 55 दिन की खींचतान के बाद संदेशखाली के मुख्य आरोपित और तृणमूल नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया। उसे गत रात मिनाखां इलाके से दबोचा गया।

दक्षिण बंगाल एडीजीपी सुप्रतिम सरकार ने शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कहा, “इस मामले में शिकायत धारा 354 से सम्बन्धित नहीं थी। 7, 8 और 9 फरवरी के बाद कई मामले सामने आये हैं, लेकिन 08 और 09 फरवरी के बाद से दर्ज हुए सभी मामले उन घटनाओं से सम्बन्धित हैं, जो दो या तीन साल पहले हुई थीं। उनकी जांच करने, सुबूत इकट्ठा करने, सुबूत जांचने में समय लगता है, खासकर उन मामलों के संदर्भ में जो दो साल पहले घटित हुए हों।”

उल्लेखनीय है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने बुधवार को टिप्पणी की थी कि जिस नेता के खिलाफ 42 प्राथमिकी हैं, उसे आज तक गिरफ्तार नहीं किया गया। पुलिस अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती। सोमवार को भी हाई कोर्ट ने ऐसी ही टिप्पणी की थी। इसके बाद तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा था कि शाहजहां को एक हफ्ते के भीतर गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

गौरतलब है कि जनवरी महीने की 05 तारीख को संदेशखाली में छापा मारने गयी ईडी की टीम पर हजारों लोगों ने हमला किया था। इस दौरान शाहजहां भूमिगत हो गया था। इसके बाद पीड़ित महिलाओं ने दावा किया कि सालों साल शेख शाहजहां और उसके लोगों ने उनका शारीरिक शोषण किया है। उनकी भूमि जबरदस्ती छीन ली गयी है। यह खुलासा होने के बाद राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस, केन्द्रीय महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग, अनुसूचित जनजाति आयोग समेत दिल्ली से फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य संदेशखाली पहुंचे। तब परत-दर-परत और खुलासे हुए और संदेशखाली सुर्खियों में आया। शाहजहां को गिरफ्तार नहीं करने की वजह से बंगाल पुलिस की खूब किरकिरी हुई।

भाजपा का टीएमसी पर निशाना, कहा- शाहजहां शेख ममता सरकार की दामन-ए-रहमत में था महफूज

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के उत्पीड़न में आरोपित गिरफ्तार टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी से पहले वह ममता सरकार के संरक्षण में एक सुरक्षित घर में थे। अब, उन्हें ईडी और सीबीआई की गिरफ्तारी से बचने के लिए पश्चिम बंगाल के ‘मेहमान-नवाजी’ के तहत रखा गया है।

भाजपा सांसद और प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को कहा कि शाहजहां शेख महफूज ठिकाने पर ममता सरकार की दामन-ए-रहमत में महफूज था। अब उसे दोबारा हिफाजत देने के लिए, ताकि उसे ईडी और सीबीआई द्वारा गिरफ्तार न किया जा सके, इसलिए पश्चिम बंगाल पुलिस की मेहमाननवाजी में चला गया है। मेहमाननवाजी इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि गिरफ्तारी के दौरान शाहजहां शेख की जो बॉडी लैंग्वेज थी, वह किसी गुनहगार की नहीं लग रही थी। एजेंसियों की 56 दिनों की तलाश के बाद आखिरकार शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि शाहजहां शेख की गिरफ़्तारी के समय उसकी शारीरिक भाषा का विश्लेषण करें और ध्यान दें कि वह कितनी निडरता से चल रहा था। सवाल उठता है कि क्या किसी जघन्य अपराध का आरोपित इस तरह चलने की हिम्मत करेगा ? ममता बनर्जी ने पहले सदन में उनका बचाव किया और अब उन्हें पुलिस सुरक्षा प्राप्त है। उन्होंने मीडिया को जो विक्ट्री साइन दिखाया, उसका मतलब क्या था?

उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि उनकी गिरफ्तारी वारंट में महिलाओं के खिलाफ अपराध का कोई जिक्र नहीं किया गया है। यह भी स्पष्ट है कि बंगाल सरकार के रुख का संदेशखाली की घटनाओं से कोई सम्बन्ध नहीं है। अगर उन्हें ईडी से जुड़े मामलों में गिरफ्तार किया गया है, तो बंगाल सरकार उन्हें ईडी को क्यों नहीं सौंपती?

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