West Bengal News: पश्चिम बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को 28 जुलाई को मंत्री पद से हटा दिया। पार्थ की गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ममता ने यह कार्रवाई की है। इसके बाद ममता के भतीजे और पार्टी के मुख्य महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शाम को अनुशासन समिति की बैठक बुलाई और उन्हें पार्टी संगठन के सभी पदों से भी हटा दिया।
पार्थ के पास पार्टी महासचिव, वाइस प्रेसिडेंट और तीन अन्य जिम्मेदारी थी। अभिषेक ने कहा कि पार्थ जांच जारी रहने तक पार्टी से सस्पेंड किए गए हैं। अगर वे बेगुनाह हुए तो वे फिर से पार्टी में आ सकते हैं।
ममता ने बताया बड़ी साजिश
बता देगी पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के घर करोड़ों रुपये के कैश-ज्वेलरी मिलने के बाद TMC में ही पार्थ चटर्जी को हटाने की मांग होने लगी थी। इसके मद्देनजर ममता बनर्जी ने उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त भी कर दिया। पार्थ पर कार्रवाई के बाद ममता बनर्जी ने कहा- पूरा मामला एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। सिर्फ एक लड़की के घर से रुपये बरामद हुए हैं। पार्थ को इसलिए हटाया क्योंकि TMC भ्रष्टाचार के मामले में बेहद सख्त पार्टी है। इसे बदला नहीं जा सकता। यह एक बड़ा गेम है, जिसके बारे में अभी ज्यादा बात नहीं कर सकती।
अर्पिता के चौथे फ्लैट पर ED का छापा
पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के एक और फ्लैट पर 28 जुलाई को एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापा मारा। ED ने इस बार कोलकाता एयरपोर्ट के पास चिनार पार्क स्थित फ्लैट में रेड डाली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस छापे में ED के हाथ कुछ भी नहीं लगा।