West Bengal News : पश्चिम बंगाल पुलिस ने राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के दोनों भाइयों के खिलाफ नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। उनमें से एक के पिता शिशिर अधिकारी हैं जो कि सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लोकसभा सदस्य हैं। मामला कांथी शहर में स्ट्रीट लाइट लगाने में अनियमितता और बिजली की भट्टी से लैस आधुनिक श्मशान के लिए आवंटित भूमिक के हिस्से पर दुकानें लगाने से संबंधित है।
अधिकारी परिवार का गृह नगर
पूर्वी मिदनापुर जिले का कांथी, एक सदी से अधिक समय से अधिकारी परिवार का गृहनगर रहा है। कांथी के पुलिस अधिकारी ने कहा कि 2021 से पहले स्थानीय नगरपालिका के कामकाज में कथित अनियमितताओं के संबंध में केस दर्ज किया गया है। यह वो दौरा था, जब अधिकारी परिवार की ओर से नागर निकाय को नियंत्रित किया जाता था।
साल 2020 में टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे शुभेंदु अधिकारी
शुभेंदु अधिकारी दिसंबर 2020 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। इसके अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव हुए जिसमें ममता बनर्जी की अगुवाई में टीएमसी पहले की अपेक्षा अधिक मजबूत बहुमत से जीती। बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। शुभेंदु अधिकारी को विपक्ष का नेता चुना गया है। उन्होंने चुनाव में ममता बनर्जी को हराया था।
सौमेंदु अधिकारी 2021 में बीजेपी में हुए शामिल
शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी साल 2021 में बीजेपी में शामिल हुए। मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गोपाल सिंह नाम का एक व्यक्ति, जो शुभेंदु के सबसे छोटे भाई और नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सौमेंदु अधिकारी के लिए ड्राइवर के रूप में काम करता था, को सोमवार को एक ठेकेदार के पूर्व कर्मचारी अशोक शॉ के साथ गिरफ्तार किया गया था। गोपाल सिंह और अशोक शॉ दोनों कांथी के ही रहने वाले हैं। यह मामला उस समय सामने आया जब टीएमसी के सुबल मन्ना, वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष की ओर से पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई गई। जो इस साल के हुए निकाय चुनाव में जीत हासिल करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष बने हैं। इस बार के चुनाव ने कांथी नगर पालिका पर से अधिकारी परिवार का कंट्रोल समाप्त हो गया।