What happened, Damdami Taksal appealed to Punjabis to have 5 children…, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : जब किसी समुदाय से जुड़ा संगठन उसे समुदाय के लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने की अपील करता है तो उसके पीछे तरह-तरह के मकसद होते हैं। आज के समय में बड़ी आबादी को मैनपॉवर के साथ-साथ समस्या के रूप में भी देखा जाता है। अगर खालसा सिख सांस्कृतिक और शैक्षिक संगठन दमदमी टकसाल ने पंजाबी समुदाय, विशेषकर सिखों से पारिवारिक बंधन मजबूत करने और समाज की समृद्धि में योगदान देने के लिए कम से कम पांच बच्चे पैदा करने की अपील की है तो इसके मायने को समझना जरूरी है।
चार बच्चे दे देने की बात
इस सिख संगठन का यहां तक कहना है कि यह उन लोगों को बच्चों के पालन-पोषण में भी मदद करेगा, जो बड़े परिवारों का समर्थन करते हुए आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि तुम उनकी देखभाल नहीं कर सकते तो उन्हें मुझे दे दो। एक बच्चा घर में रख लो और बाकी के 4 मुझे दे दो। मैं इन सभी में आने वाले भविष्य की झलक को देखता हूं। बता दें कि एक समय दमदमी टकसाल का नेतृत्व जरनैल सिंह भिंडरावाले के पास था।
अब बाबा हरनाम सिंह दमदमी टकसाल के प्रमुख
बाबा हरनाम सिंह खालसा दमदमी टकसाल के 16वें प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि सिख जोड़ों को पंजाब को धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत करने के लिए कम से कम पांच बच्चे पैदा करने का लक्ष्य रखना चाहिए। सिर्फ सिख ही नहीं, बल्कि पंजाब में रहने वाले हिंदू और अन्य समुदाय के लोगों को भी कम से कम पांच बच्चे पैदा करने चाहिए। इस बीच, एक अन्य घटनाक्रम में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 1950 से 2015 तक, हिंदू आबादी में 7.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि मुस्लिम आबादी 43 प्रतिशत की दर से बढ़ी।