What kind of politics is this, senior Congress leader Adhir started liking BJP more than TMC, Election 2024, Kolkata news, West Bengal news : कहने के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने के बावजूद ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है, मगर बंगाल में यह कैसी सियासत कि कांग्रेस के सीनियर नेता अधीर रंजन चौधरी को तृणमूल कांग्रेस (TMC) से ज्यादा (BJP) अच्छी लगने लगे।
यह चुनाव देश का भविष्य बताएं करने के लिए
कल की ही बात है। अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल में एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस को वोट देने की तुलना में भाजपा को वोट देना बेहतर है। उनका यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख और बहरामपुर लोकसभा उम्मीदवार चौधरी ने जोर देकर कहा कि यह चुनाव देश का भविष्य तय करने के लिए है और लोगों से धर्मनिरपेक्ष ताकतों को वोट देने का आग्रह किया।
कांग्रेस और लेफ्ट का जीतना जरूरी
चौधरी ने बंगाली में एक भाषण के दौरान कहा कि कांग्रेस और लेफ्ट का जीतना जरूरी है। यदि वे ऐसा नहीं करेंगे तो धर्मनिरपेक्षता खतरे में पड़ जाएगी। टीएमसी को वोट देने का मतलब बीजेपी को वोट देना है, इसलिए बीजेपी को ही वोट देना बेहतर है। बीजेपी को वोट न दें, टीएमसी को वोट न दें। तृणमूल के आधिकारिक एक्स हैंडल द्वारा साझा किए गए कथित वीडियो में में कहा कि सुनें कि कैसे बी-टीम का सदस्य खुलेआम लोगों से भाजपा को वोट देने के लिए कह रहा है – एक ऐसी पार्टी जिसने बंगाल का वाजिब हक देने से इनकार कर दिया और हमारे लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया। केवल एक बांग्ला-विरोधी ही भाजपा के लिए प्रचार कर सकता है, जिसने बार-बार बंगाल के प्रतीकों का अपमान किया है। 13 मई को बहरामपुर की जनता इस धोखे का करारा जवाब देगी।
भाजपा नेता की टिप्पणी
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने अधीर रंजन की टिप्पणी का एक वीडियो साझा किया और कहा कि कांग्रेस नेता “जानते हैं” कि टीएमसी को दिया गया कोई भी वोट पश्चिम बंगाल को “नुकसान” पहुंचाएगा। हालांकि, अधीर रंजन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने अभी तक वीडियो नहीं देखा है। अधीर रंजन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ”मैंने वीडियो नहीं देखा है और मुझे नहीं पता कि उन्होंने यह किस संदर्भ में कहा है, लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि 2019 में बीजेपी को जो सीटें मिलीं, उनकी संख्या कम करें।’’