When buffalo ate mangalsutra worth two lakhs, Maharashtra news, Washim district news : महाराष्ट्र के वाशिम जिले से एक अति विचित्र खबर प्रकाश में आयी है। वहां सार्सी गांव में एक भैंस ने अपने चारे के साथ करीब ढाई तोले के सोने का मंगलसूत्र निगल लिया। हालांकि, कई घंटे तक चली सर्जरी के बाद 25 ग्राम का मंगलसूत्र भैंस के पेट से निकाल लिया गया। पशुचिकित्सक डॉ. बालासाहेब ने बताया, 27 सितम्बर को किसान रामहरि भोयर अपने खेत से ताजा सोयाबीन तोड़ कर लेकर घर आये थे। भोयर के पास एक छोटा-सा खेत है और वह एक भैंस के मालिक हैं। घर की महिलाओं ने सोयाबीन की फलियां छीलने के बाद छिलकों को एक थाली में इकट्ठा किया। इसके बाद भोयर की पत्नी गीताबाई ने उस थाली को अपने कमरे में रख दिया। शाम को गीताबाई ने अपना भारी-भरकम सोने का मंगलसूत्र उतार कर गलती से उसी थाली पर रख दिया।
भैंस को खिला दिया छिलका
अगले दिन 28 सितम्बर को घर के एक सदस्य ने भैंस को सोयाबीन का छिलका खिला दिया। बाद में दोपहर को परिवार को एहसास हुआ कि सोने का मंगलसूत्र गायब है। इसके बाद काफी खोजबीन की गयी, लेकिन मंगलसूत्र नहीं मिला। भोयर ने कहा, “शुरुआत में हमें लगा कि मंगलसूत्र चोरी हो गया है, लेकिन बाद में पता चला कि भैंस ने सोयाबीन के छिलकों के साथ सोने का मंगलसूत्र भी खा लिया है। इसके बाद हम भैंस को लेकर स्थानीय पशु चिकित्सक के पास गये।
मेटल डिटेक्टर से की गयी जांच
“रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय पशु चिकित्सक ने भोयर को अपनी भैंस वाशिम के अनुभवी पशुचिकित्सक (सर्जन) डॉ. बालासाहेब के पास ले जाने की सलाह दी। जब मेटल डिटेक्टर का उपयोग करके डॉ. बालासाहेब ने भैंस के पेट की जांच की, तो अंदर कुछ धातु होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उनकी टीम ने धातु के सटीक स्थान की पुष्टि के लिए भैंस की सोनोग्राफी की। अंततः 2.5 लाख रुपये के सोने का मंगलसूत्र निकालने के लिए भैंस का ऑपरेशन किया गया।
60-65 टांके लगाये गये
डॉ. बालासाहेब ने बताया कि 29 सितम्बर को भैंस की सफल सर्जरी की गयी। 02 घंटे ऑपरेशन चला, जिसमें 60-65 टांके आये हैं। ऑपरेशन के लिए उसी सर्जिकल तकनीक का उपयोग करके सोने के मंगल सत्र को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया गया, जिसका उपयोग शहरी क्षेत्रों में प्लास्टिक, धातु, सिक्के और अन्य खतरनाक वस्तुएं खानेवाली देसी गायों की सर्जरी करने के लिए किया जाता है।