Why pink moon was seen on the full moon night of 23rd April, know the reason, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : हिंदू कैलेंडर के मुताबिक वर्ष का पहला प्रथम महीना चैत्र महीना होता है। चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को चांद गुलाबी नजर आ रहा था। इसका नजारा अद्भुत था। पिंक मून असल में पूरी तरह गुलाबी दिखाई नहीं देता है, बल्कि यह आम चांद की तरह ही सिल्वर और गोल्डन कलर का नजर आता है। इस पिंक मून को इसका नाम पूर्व अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है। इस साल चैत्र पूर्णिमा की शुरूआत 23 अप्रैल, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट पर होगा। 23 अप्रैल के दिन ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा।
अलग-अलग नाम से जाना जाता है गुलाबी चंद
गुलाबी चांद को कई अलग-अलग नाम से जाना जाता है। इसको स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम भी कहते हैं। इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है।
गुलाबी चांद कब दिखता है
गुलाबी चांद तब दिखता है, जब 2 घटनाएं एक साथ घटित होती हैं। जब चांद धरती के निकट हो और उसी समय पूर्णिमा हो तो चांद का रंग पूरा गुलाबी हो जाता है। इस पूर्णिमा के दिन आकाश में यही नजारा दिखा।
चांद के अलग-अलग रंग
गुलाबी के अलावा चांद पूर्णिमा के दिन अलग-अलग रंगों में नजर आ सकता है। कई बार प्रदूषण के कारण चांद का रंग नारंगी अथवा पीला दिख सकता है। इसके अलावा हवा में मौजूद कण चांद का रंग बदला हुआ दिखाते हैं। कभी-कभी चांद भूरे रंग का दिख सकता है। चांद का सबसे साफ रंग चमकीला होता है, जो बिल्कुल साफ आकाश में दिखता है।