उत्तर प्रदेश की आदित्यनाथ योगी सरकार पर मुस्लिम प्रदर्शनकारियों के दमन का आरोप लगाते हुए उच्चतम न्यायालय के तीन पूर्व जजों समेत 12 लोगों ने चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र याचिका भेजी है, साथ ही साथ पत्र याचिका पर सुनवाई की मांग की है। पत्र याचिका में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने लोगों को दंडित करने का बयान दिया। पुलिस ने लोगों को पीटा और वीडियो वायरल किए। मकानों को गिराया जा रहा है। राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था को ताक पर रखकर कार्रवाई की। हिरासत में लोगों को पीटा गया। घरों को ढहाया गया।
पत्र याचिका भेजने वालों में यह हैं शामिल
पत्र याचिका पर दस्तखत करने वालों में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी, जस्टिस वी गोपाला गौड़ा, जस्टिस एके गांगुली के अलावा तीन पूर्व हाई कोर्ट जज और शांति भूषण, इंदिरा जयसिंह, श्रीराम पंचू, प्रशांत भूषण जैसे वरिष्ठ वकील शामिल हैं।