Uttarakhand (उत्तराखंड) में चारधाम यात्रा के दौरान एक सप्ताह में 20 यात्रियों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने हाई रिस्क मरीजों को सफर न करने की सलाह दी है। इसके साथ ही, यात्रा ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों को अलर्ट रहने और लापरवाही बरतने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त एम्बुलेंस की तैनाती और रिस्पांस टाइम को कम से कम करने के निर्देश भी दिए गए। उधर, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, “सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए निर्णय लिया है कि सिर्फ रजिस्ट्रेशन करने वालों को ही ऊपर जाने दिया जाए। भद्रकाली और तपोवन में पुलिस चेकिंग व्यवस्था कर दी है, ऐसा ही एक प्वाइंट गंगोत्री में, एक यमुनोत्री में, एक केदारनाथ में और 2 प्वाइंट चमोली में बनाए हैं।”
हाई एल्टीट्यूड पर ऑक्सीजन की कमी से हो सकती है यात्रियों को परेशानी
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की बड़ी संख्या में हुई मौत के बाद स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने 10 मई को सचिवालय में अफसरों के साथ बैठक की थी। उन्होंने उन्होंने एडवाइजरी जारी करने को कहा। इसके बाद स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया कि हाई एल्टीट्यूड पर ऑक्सीजन की कमी से यात्रियों को परेशानी हो सकती है।