…And with Shiva-Parvati as witness, this Italian couple got married in Kashi, know why…, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, Varanasi news, UP news : इसे सनातन धर्म के प्रति आस्था ही कहेंगे कि इटली के एक कपल ने न सिर्फ भारत के विभिन्न धार्मिक स्थलों में से एक काशी में न सिर्फ शादी रचाने का निश्चय किया, बल्कि इसके लिए उन्होंने महाशिवरात्रि का दिन चुना और शिव-पार्वती को साक्षी मानकर उसी दिन हिन्दू रीति रिवाज से परिणय सूत्र में बंध गए। इस कपल का नाम है इटली निवासी पाउले, जो कि कार्डियोलॉजी के डॉक्टर हैं और इटली की ही योग टीचर ग्राजिया।
हिन्दू और सनातन धर्म के प्रति आस्थावान हैं ग्राजिया
ग्राजिया के गुरु भाई विजय ने शादी के दौरान पढ़े गए मंत्रों का अर्थ जहां इटली के इस कपल को समझाया। वहीं, शादी के दौरान ब्राह्मण के रूप में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत धन्नी गुरु के अलावा रोजाना बाबा विश्वनाथ की आरती कराने वाली संस्था नाट्यकोट क्षेत्रम के लोगों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। विजय बाजपेयी ने बताया कि ग्राजिया का सनातन धर्म और काशी में शादी की इच्छा यूं ही नहीं जगी, ग्राजिया लाहिड़ महाशय की शिष्य परंपरा से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने शिवेंदु लहरी से दीक्षा ली थी। हालांकि, ग्राजिया शादी से पहले कभी काशी नहीं आई थीं, लेकिन दीक्षा के बाद से ही ग्राजिया में हिन्दू और सनातन धर्म को लेकर आस्था चरम पर थी। जब भी हमारी बात होती तो वह काशी की महिमा के बारे में बात करती रहती थीं। धर्म की नगरी काशी के प्रति उनका झुकाव भी काफी अधिक था। इसी कारण इन लोगों ने महाशिवरात्रि पर शादी करने का फैसला लिया।
पद्मा देवी मां तो विजय कुमार ने निभाई पिता की भूमिका, भाई के रोल में दिखे अक्षत
पाउले और ग्राजिया बीते 10 सालों से एक-दूसरे के साथ रह रहे हैं। लेकिन दोनों ने हिन्दू रीति रिवाज और आस्था को देखने के बाद काशी में शादी रचाने की इच्छा जाहिर की। दोनों ने बताया कि हमें महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती को साक्षी मानकर शादी करनी करनी है। वहीं, बनारस के स्थानीय परिवार ने इस इटैलियन जोड़े की शादी की परंपरा का निर्वहन किया। बनारस की रहने वाली पद्मा देवी ने ग्राजिया को अपनी बेटी मानकर पाउले के सामने कन्यादान की रस्म अदा की। वहीं, पिता भी भूमिका में विजय कुमार दिखाई दिए। यही नहीं फेरो के समय अक्षत ने ग्राजिया का भाई बन कर लावा परछाई की रस्म को पूरा किया। पाउले के पिता के रूप में रमेश कुमार इस शादी में शरीक हुए।