Bihar News : बिना भगवान भोलेनाथ के दरबार में गए आप सबसे बड़े शिवभक्त बन सकते हैं। बस भावना चाहिए। ऐसी ही एक भावना का उदाहरण बिहार के वैशाली जिले में देखने को मिली है, जो हैरान तो करती ही है, दिल को भक्ति से भर भी देती है। यहां 8 साल की राजनंदनी 3 साल से एक पैर पर खड़ी होकर कांवरियों की सेवा कर रही है। बच्ची दिव्यांग है, पर उसकी भक्ति की दिव्यता बेमिसाल है। जानकारी के अनुसार, बचपन से दिव्यांग राजनंदनी घंटों सिर्फ एक पैर पर खड़े होकर कावंरियों की सेवा करती है। 5 साल की उम्र से यह बच्ची शिवभक्तों की सेवा में लगी है। हाजीपुर-मुजफ्फरपुर रोड पर यह बच्ची अपने पिता और भाई के साथ बिस्किट, पानी और फल बांटती नजर आई।
हर किसी की ठहर जाती है नजर
एक पैर पर कूद- कूदकर कांवरियाें की सेवा में लगी इस बच्ची पर हर किसी की नजर पड़ जाती है और वह एक बार उसे जरूर दुलार कर लेता है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। 31 जुलाई की शाम पहलेजा गंगा घाट से पवित्र जल लेकर जाने वाले सैकड़ों डाक कांवरियाें की सेवा में यह बच्ची लगी रही।
जन्म से नहीं है बच्ची का एक पैर
हाजीपुर सदर प्रखंड के लाल पोखर दिघी निवासी सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि उनकी 8 साल की बेटी राजनंदनी सिंह का जन्म से एक पैर नहीं है, लेकिन पूरे उत्साह से सेवा कार्य में लगी रहती है। कभी लड़खाती तो तुरंत पिता या भाई का सहारा लेकर खड़ी हो जाती है। उसका 10 साल का भाई सर्वोत्तम सिंह भी हर साल कांवरियों की सेवा करता है। सुभाष कुमार सिंह ने कहा कि भगवान भोलेनाथ से बस इतनी मन्नत है कि मेरे बच्चे पढ़ लिखकर परिवार का सहारा बन पाएं। ऐसे खुशनसीब पिता के बच्चे भगवान भोलेनाथ की कृपा से जरूर अपने परिवार का सहारा बनेंगे।