Devotees showed up in Vindhyachaldham, crowd of devotees gathered along with Mangala Aarti. dharm, religious, Dharma -Karma, Spirituality, UP news, Mirzapur news, Vindhyachal dham : विंध्याचलधाम में नवरात्रि को लेकर भक्तों की भीड़ लगी है। नवरात्र के छठवें दिन देशभर से भक्तों की भीड़ मां के दबार में पहुंची। लोगों ने मां के धाम में हाजिरी लगाकर दर्शन पूजन किया और सुख समृद्धि की कामना की। विंध्य धाम में चल रहे चैत्र नवरात्र मेले के छठवें दिन विंध्याचल मंदिर में स्थानीय सहित देश के कोने-कोने से पहुंचे भक्तों ने हाजिरी लगाई। मंगला आरती के बाद से शुरू हुआ दर्शन-पूजन का दौर अनवरत जारी है। अष्टभुजा पहाड़ी पर विराजमान मां अष्टभुजी देवी और काली खोह पहाड़ी पर स्थित महाकाली मंदिरों में भी भक्तों की भारी भीड़ रही।
श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी माता के कात्यायनी स्वरूप का दर्शन पूजन किया
चैत्र नवरात्र की षष्ठी तिथि पर रविवार को धार्मिक स्थल विंध्याचल धाम में माता के भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी माता के कात्यायनी स्वरूप का दर्शन पूजन किया। मंगला आरती के बाद से शुरू हुआ दर्शन-पूजन अनवरत जारी है। हजारों की संख्या में भक्तों ने माता दरबार में पहुंचकर सुख, समृद्धि की मंगलकामना की।
गंगा घाटों पर रविवार की भोर से ही स्नान-ध्यान का सिलसिला चलता रहा। त्रिकोण पथ पर स्थित अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों पर भी भक्तों की भारी भीड़ रही। मां के दर्शन पूजन के लिए बिहार, झारखंड, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, दिल्ली और मध्य प्रदेश के विभिन्न जनपदों के बड़ी संख्या में लोग निजी वाहनों से विंध्यधाम पहुंचे । मां का दर्शन पूजन करने से पहले भक्तों ने गंगा स्नान किया। हाथों में नारियल-चुनरी लिए श्रद्धालु मंदिर के बाहर लंबी कतारों में लगे रहे।
माता के दर्शन से निहाल हुए भक्त
भव्य श्रृंगार का दर्शन कर देवी भक्त निहाल हो गए। धाम की सभी गलियां देवी भक्तों से पटी रहीं। माता के जयकारे गूँजते रहे। मंगला आरती के बाद कपाट खुलते ही गुड़हल, कमल व गुलाब पुष्पों सहित रत्न जड़ित हार से माता के हुए भव्य श्रृंगार का दर्शन कर देवी भक्त आनंद से झूम उठे। चैत्र नवरात्र मेले के छठवें दिन देवी मंदिर पर स्थानीय सहित देश के कोने-कोने से पहुंचे भक्तों ने हाजिरी लगाई। दर्शन-पूजन के बीच घंटा, घड़ियाल, शंख और नगाड़ा के साथ पहाड़ा वाली के जय- जयकारे से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। गंगा घाटों पर मुंडन संस्कार कराने वाले भक्तों का तांता लगा रहा।
मां विंध्यवासिनी का झांकी दर्शन गर्भगृह की ओर जाने वाले मार्ग पर लंबी कतार देख अधिकांश श्रद्धालुओं ने झांकी से ही मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाकर धन्य हुए।
कालीखोह में काली व अष्टभुजा मंदिर भी गुलजार रहा
मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के पश्चात त्रिकोण मार्ग पर निकले श्रद्धालुओं से कालीखोह स्थित काली व अष्टभुजा मंदिर गुलजार रहा। दोनों मंदिरों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। कालीखोह में माता काली के दर्शन-पूजन के पश्चात बगल में स्थित सीढ़ियों के रास्ते भक्त अष्टभुजा मंदिर की ओर प्रस्थान करते दिखे। किसी ने रोप-वे तो किसी ने पैदल ही लगभग ढाई किलोमीटर दुर्गम पहाड़ी रास्तों के बीच गुजरते वक्त श्रद्धालुओं को तेज धूप का सामना करना पड़ रहा था। देवी दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।