Unique tradition, God has been booked here till the year 2042, dharm, religious, Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, dharm adhyatm : कार्तिक पूजा के लिए पश्चिम बंगाल अंतर्गत हुगली के बांसबेड़िया नारायण तल्ला की अनोखी परंपरा हमेशा से ही सुर्खियों में रहती है। यहां हर साल नारायण जी का एक भक्त उनकी प्रतिमा दान करता है। इस साल प्रतिमा दान की कतार इतनी लंबी थी कि साल 2042 तक की प्रतिमा की बुकिंग हुई। पूजा कमेटी के सचिव कमल साव ने बताया कि जो बुकिंग होगी वह साल 2043 के लिए होगी।
यहां शरीर के वजन जितना भक्त करते है फलों का दान
वहीं दूसरी तरफ यहां के भक्त अपने वजन जितना फलों का दान करते है। चार दिन तक चलने वाले पूजा का गुरुवार को पहला दिन रहा। इसी दिन से अंजली देने की प्रक्रिया शुरु हुई। करीब 20 भक्तों ने अपनें वजन के मुताबिक सेव, केला, नारियल, बेदाना सहित अन्य फलों का दान किया। पूजा के दौरान खिचड़ी, खीर भोग का आयोजन किया जाता है। नारायणतल्ला के लिए कहा जाता है कि मन्नत पूरी होने पर भक्त अपने शरीर के वजन के मुताबिक फलों का दान करते है।
भगवान के प्रति आस्था का बेजोड़ मिसाल
इसे आप भगवान के प्रति आस्था और सनातन धर्म के प्रति अटूट विश्वास कह सकते हैं। कार्तिक पूजा के लिए हुगली के बांसबेड़िया स्थित नारायणतल्ला की अनोखी परंपरा इसे पुष्ट करती है। यहां हर वर्ष नारायणजी का एक भक्त उनकी प्रतिमा दान करता है। इस वर्ष प्रतिमा दान करने वालों की यहां इतनी लंबी कतार लगी कि नारायण 2042 तक के लिए भक्तों के हो गए। कहने का आशय यह कि अब कोई अन्य भक्त अगर प्रतिमा दान करना चाहें तो उन्हें यह अवसर अब 2043 में ही नसीब हो सकेगा। की बुकिंग हुई। वहीं, यहां भक्तों के बीच अपने वजन इतना फलों का दान भी करने की परंपरा है। फल दान करने का यह क्रम चार दिनों तक चलता है। गत गुरुवार को इस परंपरा के निर्वाहन का पहला दिन रहा। इस दौरान करीब दो दर्जन भक्तों ने अपने वजन के मुताबिक सेब, केला, नारियल, अनार आदि फलों का दान किया। विश्वास है कि नारायण उनकी सभी मनोकामना पूरा करेंगे।