If you want to remain healthy throughout your life, then definitely follow these rules mentioned in Vastu Shastra, religious, Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, dharm adhyatm : वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि घर में रखी हर छोटी-बड़ी वस्तु का प्रभाव उस घर के प्रत्येक सदस्यों पर भी पड़ता है। ऐसे में हमें वास्तु नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। नियम पालन करने से हमारा उत्तरोत्तर विकास तो होता ही है, साथ ही साथ घर परिवार में क्लेश नहीं होता है। कई घरों में ऐसा देखा गया है कि नल से पानी बूंद-बूंद टपकता रहता है। ऐसा होना वास्तु शास्त्र में ठीक नहीं माना गया है। इसी प्रकार हमें सिद्धि के नीचे कूड़ा करकट रखने से परहेज करना चाहिए। इसी वास्तु शास्त्र में पढ़ाई करने की दिशा के साथ-साथ सोने की दिशा भी बताई गई है। इन सब चीजों का यदि हम पालन करेंगे तो हमारा जीवन सुखमय बना रहता है। निम्नलिखित टिप्स हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। अभी हम नीचे बताए गए वास्तु नियमों का पालन करेंगे तो हमारा स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक रहेगा। हम निरोग बने रहेंगे। आइये विस्तार से जानते हैं इस बारे में।
स्वास्थ्य के लिए जरूरी वास्तु नियम
वास्तु शास्त्र हिंदू प्रणाली में सबसे पुराने विज्ञानों में से एक है। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत ही अहम स्थान माना गया है। वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि घर में रखी हर छोटी-बड़ी वस्तु का प्रभाव उस घर के सदस्यों पर भी पड़ता है। इसलिए परिवार के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपने घर में इन वास्तु नियमों का ध्यान जरूर रखें।
ठीक करवाएं टपकता नल
यदि आपके घर में कोई नल टपकता है, तो आपको उसे तुरंत ठीक करवाना चाहिए। यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना गया है, क्योंकि वास्तु शास्त्र में माना गया है कि टपकता हुआ नल आपके स्वास्थ्य को खराब कर सकता है। लगातार बूंदों का शोर आपके जीवन में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
सोते समय दिशाओं का रखें ध्यान
वास्तु के अनुसार हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए। भूलकर भी आपके पैर दक्षिण दिशा में रखकर न सोएं। क्योंकि ऐसा करने पर आप तमाम तरह के मानसिक तनाव से घिर सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकता है। वास्तु के अनुसार अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं और चैन की नींद लेना चाहते हैं तो सोते समय दिशाओं का ध्यान जरूर रखें।
सीढ़ियों के नीचे कूड़ा – कचरा या गंदगी ना रखें
कई लोगों की आदत होती है कि वह सीढ़ियों के नीचे की जगह पर कुछ-न-कुछ रख देते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे ठीक नहीं माना गया, क्योंकि ऐसा करने से आप कई बीमारियों से घिर सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए वास्तु में सीढ़ियों के नीचे की जगह को साफ और अव्यवस्था मुक्त रखने की सलाह दी जाती है।
पढ़ाई के समय इस दिशा में रखें अपना मुंह
इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप अध्ययन करें तो आपका मुख पूर्व या उत्तर की ओर मुख होना चाहिए, क्योंकि यह आपकी ऊर्जा को व्यवस्थित करने में मदद करता है। जिससे सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी सिद्ध होता है।