Vastu Shastra tips, Dharm karm, astrology : भोजन का सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य और ऊर्जा स्तर पर पड़ता है। वास्तुशास्त्र में भोजन करने के कुछ नियमों का पालन सख्ती से करने का वर्णन है। वास्तुशास्त्र के अनुसार खाना पकाने, खाने और रसोई की सुरक्षा को सही तरीके से संचालित करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर हम इसमें गलतियां करते हैं, तो हमारे परिवार के सदस्य बीमार हो सकते हैं और समृद्धि का अभाव हो सकता है। चलिए हम भोजन संबंधी महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स के बारे में जानते हैं।
वास्तु शास्त्र के भोजन संबंधी टिप्स
✓खाना हमेशा सही दिशा में मुंह करके खाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में मुंह करके भोजन करना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे हमें शरीर में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। भोजन अच्छे से पचता है और आयु बढ़ती है।
✓उत्तर दिशा में मुंह करके भोजन करना भी बहुत अच्छा माना जाता है। इससे मानसिक तनाव कम होता है और बीमारियों से निजात मिलती है। सेहत अच्छी रहती है और दिमाग चुस्त रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जो लोग धन, विद्या या अन्य ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। इसके अलावा, करियर की शुरुआत कर रहे लोगों को भी उत्तर दिशा की ओर मुंह करके ही भोजन करना चाहिए।
✓व्यापार या नौकरी में तेजी से आगे बढ़ने की इच्छा रखने वाले लोगों को पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भोजन करना चाहिए। इससे उनकी आर्थिक विकास होती है।
✓दक्षिण दिशा में मुख करके भोजन करना यम की दिशा के अनुकूल नहीं होता है। ऐसा करने से बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, जब लोग समूह में बैठकर भोजन कर रहे हों, तो उन्हें किसी भी दिशा में मुख करने की आजादी होती है।
✓भोजन के बाद, रात में किचन को साफ और सुरक्षित रखना बहुत महत्वपूर्ण है। किचन में अपशिष्ट रखने या अजमाए बर्तन छोड़ने से धनी व्यक्ति को भी गरीब बना सकता है।