Do not make this mistake even after forgetting Buddha Purnima, what to do if Goddess Lakshmi will get angry.., dharm, religious, Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, dharm adhyatm, Sanatan Dharm, hindu dharm, God and goddess : हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को पूर्णिमा मनाई जाती है। 23 मई को वैशाख पूर्णिमा है। इसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था और बुद्ध को भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। साथ ही दान-पुण्य करते है। बुद्ध पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा- अर्चना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इससे इतर इस दिन तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियां करने से माता लक्ष्मी रुष्ट हो सकती है। कौन सी गलती है यह, आइए जानें…
✓यदि आप बुद्ध पूर्णिमा की शाम तुलसी की पूजा करते हैं तो इसके पौधे को स्पर्श बिल्कुल न करें।
✓ तुलसी पूजन के समय महिलाएं बाल खुले नहीं रखें।
– अगर बुद्ध पूर्णिमा पर पूजा के लिए आप तुलसी के पत्ते तोड़ना चाहते हैं तो इन्हें नाखून से दबाकर झटके से न तोड़े।
✓ तुलसी में जल चढ़ाने के बाद परिक्रमा करना न भूलें। तुलसी में जल देने के बाद कम से कम उसकी 3 बार परिक्रमा जरुर करें।
✓ तुलसी के आस-पास गंदगी बिल्कुल न होने दें। बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर में मांस- मछली या तामसिक भोजन का सेवन न करें।
✓बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें। तुलसी की माला लेकर मां लक्ष्मी के मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जाप अवश्य करें।