If you want gradual growth in business, then chant this infallible mantra of Lord Ganesha on Wednesday,dharm, religious, Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, dharm adhyatm : आज के समय में व्यापार को बढ़ाना बहुत मुश्किल हो गया है। क्या आप भी व्यापार करते हैं…यदि हां, तो ज्योतिष शास्त्र में इसके लिए एक अचूक उपाय बताया गया है। इसे पूरी श्रद्धा से अपनाये जाने पर यह हर स्थिति में फलदायक होता है।
आज के समय में पैसा हर इंसान की जरूरत बन चुका है। बने भी क्यों नहीं, बिना धन के अर्थ प्रधान समय में कोई भी सुख सम्भव नहीं हैं। ऐसे में लोग पैसे कमाने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं।…तो, वहीं बहुत सारे लोग छोटे-मोटे व्यापार के जरिये आजीविका चला रहे हैं। लेकिन, वर्तमान समय में व्यापार को बढ़ाना बहुत अधिक मुश्किल हो गया है।
प्रतिस्पर्द्धा के कारण व्यापारियों की कमाई में कमी होती जा रही है। बहुत मेहनत करने के बाद भी मनचाही सफलता नहीं मिल पाती है। ऐसे में अगर आप भी व्यापार करते हैं, तो आइए इसके लिए बताते हैं आपको वह अचूक उपाय…
बुद्धि के साथ व्यापार का कारक
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को नवग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। यह बुद्धि और व्यापार का भी कारक माना जाता है। बुधवार का दिन बुधदेव को समर्पित होता है। वहीं, बुधवार को विधि-विधान से भगवान श्री गणेश की पूजा करने से वह प्रसन्न होते हैं। इसलिए व्यापारियों को बुधवार के दिन विधि-विधान से गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
प्रतिदिन करें इस मंत्र का जाप
बुधवार को सुबह जल्दी स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। फिर विधि-विधान से भगवान श्री गणेश की पूजा कर उन्हें दूर्वा अर्पित करें। इसके साथ ही गणेश जी के मंत्र ‘ऊं गं ऊं’ की एक माला रोजाना जाप करें। इस मंत्र का आप जितना अधिक जाप करेंगे, आपको उतना ही अधिक फल मिलेगा।
गणेश जी का यह पाठ सबसे उत्तम
बता दें कि यदि आप पर बुधदेव प्रसन्न नहीं हैं, तो आपको व्यापार में सफलता नहीं मिल सकती है। बुधदेव की कृपा होने पर आपका व्यापार दिन दूना रात चौगुना फलेगा-फूलेगा। बुधदेव की कृपा पाने के लिए जातकों को गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करना चाहिए। यह पाठ सबसे उत्तम फलदायी माना जाता है। वहीं, व्यापार को बढ़ाने व फैलाने के लिए एक सिद्ध प्रयोग है। इस उपाय को कर आप भी अपना व्यापार बढ़ा सकते हैं।
इतने दिन करें पाठ
आप बुधवार के दिन सुबह स्नान आदि कर गणेश जी की विधि-विधान से पूजा करें। उन्हें दूर्वा अर्पित करें। इस दौरान ध्यान रखें कि पूजा में तुलसी का इस्तेमाल न करें। फिर पूजा स्थल पर बैठ कर गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। नियमित रूप से 40 दिन तक इस पाठ का जाप करें। यदि आप पूरे श्रद्धाभाव से गणेश जी के इस अथर्वशीर्ष पाठ का जाप करते हैं, तो आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी। साथ ही, व्यापार भी बढ़ेगा।