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Jay Shri Ram : अब बुजुर्ग और बीमार लोग भी आसानी से कर सकेंगे रामलला के दर्शन 

Jay Shri Ram : अब बुजुर्ग और बीमार लोग भी आसानी से कर सकेंगे रामलला के दर्शन 

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Now elderly and sick people will also be able to easily have darshan of Ramlala., dharm, religious, Spirituality, Dharma- Karma,Top National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news, ayodhya news, Shri Ram Mandir Ayodhya : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे विधि-विधान के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। पूजा को लेकर भव्य तैयारियां और निमंत्रण भेजने का सिलसिला जारी है। भगवान राम की मूर्ति से लेकर तमाम तैयारियां आखिरी चरण में हैं। वहीं, 21 दिसम्बर को प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ न अयोध्या का दौरा किया। वहां उन्होंने मंदिर के कार्यों का निरीक्षण किया।

बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए खास व्यवस्था

राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर आमंत्रित बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि, मंदिर निर्माण ट्रस्ट उनके लिए ई-वाहनों का संचालन करायेगा। मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट राम जन्मभूमि पर आनेवाले बुजुर्ग आगंतुकों के लिए विशेष व्यवस्था करेगा। वरिष्ठ नागरिकों को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी।

प्रवेश द्वार से गर्भगृह तक मिलेगी सुविधा

अनिल मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ बीमार लोगों के लिए भी ई-वाहनों का संचालन किया जायेगा। ट्रस्ट जल्द ही दर्जनों छोटे ई-वाहन खरीदेगा। ये ई-वाहन 12 यात्रियों की क्षमतावाले बैटरी चालित ‘गोल्फ कार्ट’ होंगे। मिश्रा ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए वरिष्ठ नागरिक राम मंदिर प्रवेश द्वार के स्वागत कार्यालय पर सम्पर्क कर सकते हैं। उन्हें ई-वाहनों में बैठा कर गर्भगृह के निकटतम बिन्दु तक ले जाया जायेगा और उसी गाड़ी में वापस लाया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए होगी, जो मुख्य द्वार से गर्भगृह तक 25-30 मीटर तो चल सकते हैं, लेकिन 600 मीटर की दूरी तय नहीं कर सकते। मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध करायेगा।

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