Know Why the rising sun should be offered water : जानें उगते सूरज को क्यों चढ़ाना चाहिए जल? क्यों उगते सूर्य को लोग जल चढ़ाते हैं? क्यों सदियों से यह परंपरा चल रही है? वहीं कुछ लोग इसे बेकार की बातें कहते हैं। इस लेख में इसी विषय पर चर्चा कर रहा हूं। दरअसल यह सिर्फ धार्मिक मान्यता नहीं है। इसके पीछे ठोस वैज्ञानिक कारण भी हैं। सूर्य की किरणें ही धरती की ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है। वह न हो तो पृथ्वी पर जीवन का बचना संभव नहीं है। वेदों में भी सूर्य की महिमा का बखान किया गया है। ज्योतिष शास्त्र में उनका सर्वाधिक महत्व है।
धार्मिक कारण
स्कंद पुराण में इसकी विस्तार से जानकारी है। उसके अनुसार सूर्य को जल चढ़ाना जरूरी है। बिना उसके भोजन करना महापाप है। क्योंकि सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं। उनकी किरणों से प्रकृति में संतुलन बनता है। जीव-जंतुओं के अस्तित्व के लिए वह जरूरी हैं। उनके बिना जीना भी असंभव सा है। इसलिए जल चढ़ाकर हम उनका आभार व्यक्त करते हैं।
ज्योतिषीय सलाह
ज्योतिषी भी जल चढ़ाने की जरूरी कहते हैं। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो तो सूर्य को जल चढ़ाएं। कुंडली में सूर्य कमजोर हों तो जल चढ़ाएं। शरीर कमजोर हो तो सूर्य को जल चढ़ाएं। इन सभी में फायदा का दावा किया जाता है। मान्यता है कि शरीर ऊर्जावान बनता है। जीवन का अंधेरा छंटता है। सूर्य के प्रकाश की तरह किस्मत चमकती है। बाधाओं को दूर कर सफलता वरण करती है।
वैज्ञानिक पहलू
जानें उगते सूरज को जल चढ़ाने के वैज्ञानिक कारण। आयुर्वेद में इसे काफी महत्व दिया गया है। उसके अनुसार सुबह जल से होकर आने वाली सूर्य की किरणों में औषधीय गुण होते हैं। जल सिर के ऊपर पात्र लेकर अर्पित करना चाहिए। दृष्टि जलधार के बीच में हो। ताकि जल से छनकर सूर्य की किरणें दोनों आंखों के मध्य में आज्ञा चक्र पर पड़े। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसके साथ ही बौद्घिक क्षमता भी बढ़ती है। जल से छनकर सूर्य की किरणों के शरीर पर पड़ने से उसमें उर्जा का संचार होता है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
आधुनिक विज्ञान
आज डाक्टर मरीजों को बड़ी संख्या में विटामिन डी देते हैं। इसका स्वाभाविक स्रोत सूर्य की किरण है। रोज कुछ देर सूर्य की किरण में रहें तो विटामिन डी की कमी नहीं होगी। डाक्टर सूर्य को नंगी आंखों से देखने से मना करते हैं। लेकिन वे सूर्य के किरण के महत्व को स्वीकार करते हैं। विटामिन डी सहित कई तत्वों का स्रोत बताते हैं। पानी में सूर्य की किरणें पड़ें तो उसमें गुणात्मक सुधार होता है। इसलिए कहा जाता है कि उगते सूर्य को लोग जल चढ़ाएं। इससे आपमें सूर्य जैसा तेज आएगा।
साभार-श्री संजय तिवाड़ी