Dharm adhyatma : भक्त भगवान के लड्डू गोपाल स्वरूप की सेवा बिल्कुल एक बच्चे की तरह करते हैं। उन्हें समय से जगाने और सुलाने से लेकर समय-समय पर भोग लगाने के नियम का भी पूरा ध्यान रखते हैं। कुछ भक्त बच्चों की तरह प्रभु के लड्डू गोपाल रूप को नमकीन और बिस्कुट का भोग लगाते हैं। हालांकि, बहुत से भक्तों के मन में इसे लेकर संशय भी रहता है। इस बारे में नियम क्या कहता है, यह जानना जरूरी है, क्योंकि भगवान की सेवा में कोई गलती नहीं होनी चाहिए। आइए, जानते हैं लड्डू गोपाल को नमकीन और बिस्कुट का भोग लगाने क्या नियम हैं।
लड्डू गोपाल को बिस्कुट का भोग
नियम के अनुसार, लड्डू गोपाल को नमकीन व्यंजनों और बिस्कुट (Biscuit) का भोग लगाया जा सकता है। इसमें कोई परेशानी नहीं है ; बस ध्यान देना जरूरी है कि उन्हें चढ़ायी गयीं सभी चीजें शुद्ध और सात्विक हों। लड्डू गोपाल को बिस्कुट का भोग लगाने से पहले बाजार से लाये गये पैकेट को ध्यान से पढ़ना चाहिए। इस बात का पूरा ध्यान रखना जरूरी है कि उनमें कोई ऐसी चीज तो नहीं है, जिन्हें प्रभु को अर्पित करना वर्जित है। मिलावटी चीजों को भोग के रूप में चढ़ाने से भी बचना चाहिए।
ये चीजे हैं वर्जित
नमकीन व्यंजनों और बिस्कुट का भोग लड्डू गोपाल को लगाने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन इसमें कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले यह देख लेना चाहिए कि सामग्री को तैयार करने में लहसुन-प्याज जैसी वर्जित चीजों का उपयोग नहीं किया गया हो। लहसुन-प्याज को सात्विक नहीं माना जाता है और पूजा-पाठ के लिए इनका उपयोग वर्जित माना जाता है। लड्डू गोपाल को भोग लगाने के लिए घर पर पूरी शुद्धता से तैयार किये गये व्यंजन सबसे बेहतर माने जाते हैं। घर में शुद्धता से तैयार किये गये नमकीन व्यंजनों या बिस्कुट से लड्डू गोपाल को भोग लगाने में कोई परेशानी नहीं है। नियम से साफ है कि लड्डू गोपाल को बिस्कुट का भोग लगाने में कोई परेशानी नहीं ; बस कुछ बातों का ध्यान रख कर उन्हें भोग में बिस्कुट चढ़ाया जा सकता है।