पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। इस बात का इसी से पता लगाया जा सकता है कि तिरुपति के बालाजी मन्दिर के बाद देश के किसी मन्दिर में लड्डू की सबसे अधिक बिक्री महावीर मन्दिर में होती है।
मन्दिर में भक्तों की भीड़ का एक मानदंड नैवेद्यम् की बिक्री है। मन्दिर के इतिहास में पहली बार नैवेद्यम् की बिक्री प्रति माह एक लाख किलो से भी अधिक हुई है। अप्रैल में यहां नैवेद्यम् की कुल बिक्री 1,18,946 किलो हुई और मई महीने में यह विक्रय 1,16,698 किलो हुआ। जून महीने में भी एक लाख किलो से अधिक के नैवेद्यम की बिक्री अनुमानित है। तिरुपति के बालाजी मन्दिर के बाद देश के किसी मन्दिर में लड्डू की सबसे अधिक बिक्री महावीर मन्दिर में होती है और वह भी एक ही केन्द्र से।
कुछ महीनों में कम होती है बिक्री
बारिश के महीनों, पितृपक्ष, पौष मास, खरमास में तथा कुछ अन्य अवसरों पर मन्दिर में भक्तों की भीड़, लड्डू की बिक्री एवं पूजा-पाठ सब कम हो जाता है। महावीर मन्दिर भक्तों को भक्ति के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता है। अतः हनुमान जी की पूजा-अर्चना सालों भर पूरी तन्मयता के साथ करनी चाहिए।
1992 से हो रही है नैवेद्यम की बिक्री
महावीर मन्दिर में नैवेद्यम की बिक्री की शुरुआत 22 अक्टूबर 1992 से हुई। शुरुआती दौर में बिक्री का आंकड़ा औसतन लगभग 500 किलो प्रति माह था।