Dharma-Karma, Spirituality and Astrology, Vastu Special, vastu tips : घर की दिशा और वास्तु का प्रभाव हमारे जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीके से पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि वास्तु के स्थापित मानकों को हम अपने जीवन में उतारें। ऐसा नहीं करने से आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ेगा, जो न तो आपकी सेहत के लिए अच्छा है, न ही सुख-समृद्धि और करियर के लिए। वास्तु के एक-दो नहीं, हजारों आयाम हैं। आज हम चर्चा करेंगे कि जिस तरह घरों के लिए दरवाजे और उसकी दिशा का खास महत्व है, उसी तरह खिड़कियां भी हमारे लिए बहुत मायने रखती है। घर में सबसे मुख्य दरवाजा होता है। इसके बाद खिड़कियों का स्थान है। कई लोगों के घरों की खिड़कियों के पास ही बेड होता है। खिड़कियों के पास बेड नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो पति – पत्नी के रिश्तो में खटास आता है। खिड़की और दरवाजे का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। कहा जाता है कि आपके घर की खिड़की से घर में जो प्रकाश आता है और जो शुद्ध हवा आती है, उसका हमारे जीवन में बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में खिड़कियां किस दिशा में हों, उसके आसपास क्या रखें, क्या न रखें, आइए डालते हैं एक नजर।
✓वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की खिड़कियों से तार हमेशा दूर होना चाहिए। ध्यान रहे, डिश, एंटीना आपके घर की खिड़की के बाहर न हो। क्योंकि इनके होने से आपकी जिंदगी उन तारों की तरह ही उलझ जाती है।
✓वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी खिड़की की दिशा दक्षिण या पश्चिम नहीं होनी चाहिए। क्योंकि जिस तरीके से पश्चिम दिशा में सूर्य अस्त होता है, अगर आपकी खिड़की की दिशा पश्चिम है तो यह आपके लिए नकारात्मक प्रभाव आपके गृहस्थ जीवन में डाल सकती है।
✓कभी भी आपके घर की खिड़कियां व दरवाजों से आवाज नहीं आनी चाहिए। अगर आवाज आती है या वह जमीन से टकराते हैं तो आप इसकी तुरंत मरम्मत करवा लीजिए।
✓अगर खिड़की के पास आपका बेड रखा है तो उसकी जगह तुरंत बदल डालें। क्योंकि इससे पति-पत्नी के आपसी रिश्तों में खटास आ सकती है।