dharm, religious, Dharma-Karma, Worship of Sun means seeing God in person, dharm adhyatm, Spirituality, Astrology : जिनसे रोशन है सारा जहां, उन्हें शत-शत नमन। हम बात कर रहे हैं साक्षात देव यानी भगवान सूर्य की। यह वे इकलौता भगवान है, जिनका साक्षात दर्शन हम हर सुबह कर सकते हैं। ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्यदेव की पूजा खासकर रविवार को करने का विशेष महत्व है। इस दिन उनकी पूजा-आराधना व उपासना करने से जहां व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है, वहीं करियर में भी सफलता मिलती है। सूर्य की उपासना हमारे लिए किस तरह फलदायी है, आइए करते हैं बात-
✓सूर्य देव की नियमित पूजा करने से जीवन में शांति और खुशहाली आती है। रोजाना जल अर्पित करने से और रोज सूर्य नमस्कार करने से जीवन में बड़े बदलाव आते हैं।
✓ग्रंथों में सूर्य देव को जीवन, सेहत और शक्ति के देवता के तौर पर जाना जाता है। सच भी है अगर एक दिन सूर्य न निकले तो पूरी दुनिया में अंधेरा छा जाए। नकरात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाए।
✓ रविवार को पूजा के बाद श्रद्धा के साथ उनकी आरती करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और सम्मान बढ़ता है।
✓कहा जाता है कि भगवान भास्कर जीवन मे भाग्योदय लाने वाले देवता हैं। सुबह स्नान के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करें। धूप, दीप, पुष्प आदि अर्पित करें। सूर्य देव के प्रसन्न होने से अशुभ कार्य भी शुभ कार्य में परिवर्तित हो जाते हैं।