Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, Dharm-adhyatm, Sawan Special: सावन के महीने में अधिक मास (मलमास) का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। महत्वपूर्ण इसलिए भी क्योंकि अधिक मास का ये संयोग हर बार की तरह इस बार भी 19 साल में बना है। कहा जाता है कि इस मास में भगवान विष्णु और भोलेनाथ की पूजा करना बेहद लाभकारी होता है। इससे हटकर इस मास में अगर आप कुछ खास काम करते हैं तो देवों के देव महादेव के अलावा विष्णु आपसे रुष्ट हो जाते हैं और अगर ये दोनों देव नाराज हो गए तो जीवन संकट से घिर जाता है। ऐसे में भूलकर भी ऐसे काम न करें, जिससे देवता अप्रसन्न हो जाएं। आखिर इस मास में क्या करें और क्या न करें, आइये हम आपको बताते हैं…
जान लें मलमास में नहीं करना है यह सब काम
✓वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस मास में गृह प्रवेश, विवाह, सगाई, गृह निर्माण, नववधू का प्रवेश, देवी-देवता की प्राण प्रतिष्ठा, बोरवेल, जलाशय जैसे काम करने की सख्त मनाही होती है।
✓ इससे हटकर पुरुषोत्तम मास में पूजा पाठ, व्रत, दान, भजन कीर्तन का विशेष महत्व बताया गया है। इस दौरान श्रीमद्भागवत गीता, यज्ञ, हवन, भागवत पुराण और विष्णु पुराण का पाठ या श्रवण करना बेहद लाभकारी माना गया है।
✓ यह मास भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है। इस दौरान उनके मंत्रों का जाप और पूजा कर आप उनकी विशेष कृपा पा सकते हैं। ऐसा करने से भक्तों को जाने- अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिलती है और उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।