Kamal ka hai Genda ka phool, flower off marigold, Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, Dharm- adhyatm, religious : सनातन धर्म में जैसे हर दिन का अपना विशेष महत्व बताया गया है, वहीं फल-फूल समेत एक-एक वस्तुओं की महत्ता का वर्णन हिंदू शास्त्रों में किया गया है। फूलों की विभिन्न प्रजातियों में एक गेंदा भी है, जिसकी उपयोगिता पूजा-पाठ से लेकर शादी-विवाह, कलश स्थापना, गृह प्रवेश जैसे न जाने कितने शुभ कार्यों में होता है। यह सर्वविदित है कि फूलों में सकारात्मक ऊर्जा के संचार की शक्ति निहित है। दिनों के महत्व के हिसाब से सनातन धर्म में फूलों का उपयोग होता आया है। हिंदू धर्म में जैसे लाल पुष्प मां दुर्गा को समर्पित किया गया है, वहीं सफेद पुष्प भगवान शिव और पीला फूल भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है। गेंदे के फल को ज्ञान, बुद्धि, विद्या और धन-संपत्ति का वाहक भी बताया गया है। आइये गेंदा से जुड़ी अन्य बातों पर फोकस करें…
गेंदा फूल की यह है विशेषता, जरूर जान लें
✓प्रतिदिन भगवान विष्णु को गेंदा का फूल अर्पित करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश की पूजा में भी गेंदे के फूलों का प्रयोग किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो गेंदे के फूलों के हर पंखुड़ियां में अलग-अलग भगवान का वास होता है। फिर इसकी महत्ता का आकलन आप खुद कर लें।
✓ गेंदा का फूल का प्रयोग भगवान विष्णु की पूजा में विशेष तौर पर किया जाता है। अपने देश में इसका पौधा लगभग हर जगह पाया जाता है। भगवान विष्णु गुरु के प्रतीक हैं, इसलिए ऐसा माना जाता है कि गेंदे के फूलों को अर्पित करने से ज्ञान बुद्धि विद्या और धन संपत्ति का लाभ होता है।
✓भगवान गणेश की पूजा में भी गेंदे के फूलों का प्रयोग किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो ऐसा करने से भगवान गणेश अपने स्वभाव के मुताबिक भक्तों के विध्न हरते हैं।