Apne Ghar Ki chhat per is Disha mein rakhen yah chij,dharm, religious, Dharma -Karma, Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, dharm adhyatm : आमतौर पर कहा जाता है कि घर के साथ-साथ छत की सफाई रखनी चाहिए, क्योंकि छत पर कुबेर का वास होता है। यदि कुबेर नाराज हो जाए तो हमें धन-दौलत की कमी का सामना करना पड़ता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह भी कहा जाता है कि छत को गंदा करने से और वहां पर कूड़ा-कबाड़ रखने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। इसलिए धर्म शास्त्रों में छत को काफी महत्वपूर्ण माना गया है और इसका सीधा संबंध कुबेर व शनिदेव से होता है। इसके अलावा वास्तु के अनुसार भी छत को साफ रखना बेहद जरूरी है। इसके अलावा छत पर रखा सामान यदि सही दिशा में हो तो उसका पॉजिटिव असर पड़ता है। वहीं गलत दिशा में रखा हुआ सामान आपको मुश्किल में डाल सकता है।
छत पर कहां रखें कौन सामान
वास्तु शास्त्र के अनुसार पानी की टंकी हमेश मकान की छत पर पश्चिम दिशा की ओर लगानी चाहिए। इस दिशा में छत के अन्य भागों से ऊंचा चबूतरा बनाकर पानी की टंकी रखनी चाहिए। ऐसा करना शुभ व लाभकारी माना गया है।
यदि घर में पैसे की तंगी है तो घर की छत पर उत्तर दिशा में चीनी की बोरी रख दें। वास्तु के अनुसार ऐसा करने से कुछ ही दिन में आपकी जिंदगी में धन-समृद्धि आती है और जीवन खुशहाल बना रहता है।
छत की ऊंचाई भी वास्तु के अनुसार होनी चाहिए
घर की छत की ऊंचाई भी वास्तु के अनुसार होनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि ऊंचाई 8.5 फुट से कम होती है तो यह आपके लिए कई तरह की समस्याएं लेकर आती है और जीवन में आगे बढ़ना आपके लिए मुश्किल हो जाएगा। इसलिए घर बनवाते समय ऊंचाई का खास ध्यान रखें।
घर की छत टूटी-फूटी है या जिसमें से बारिश के दिनों में पानी रिसता है तो यह भी भयंकर वास्तुदोष है। इसलिए इसे जितना जल्दी हो सके ठीक करा लेना चाहिए क्योंकि वास्तुदोष की वजह से व्यक्ति को तरक्की के रास्ते में रुकावटों का सामना करना पड़ता है। कुछ लोग डिजाइन के लिए तिरछी छत बनवाते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार ऐसा करना गलत है और इस डिजाइन से बचें। इसकी वजह से डिप्रेशन और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।