Hindu dharm : हिंदू (सनातन) धर्म में जितनी भी परंपराएं और मान्यताएं हैं, उन सभी का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण है। इन सभी मान्यताओं का हमारे जीवन पर बड़ा असर पड़ता है। जो थोड़ा सा भी धर्म के प्रति संवेदनशील है, वे इन मान्यताओं और परंपराओं को अवश्य निभाने की कोशिश करते हैं। इन्हीं परंपराओं और मान्यताओं में से एक है रात में बाल और नाखून न काटना। यदि आप इससे अनजान हैं तो आप रात में बाल और नाखून काटते होंगे। लेकिन ऐसा करना हमारे लिए ही नुकसानदेह साबित हो सकता है। आपके घर के बड़े बुजुर्ग आपको रात में बाल और नाखून काटने से मना करते होंगे। क्योंकि वे इसका नफा नुकसान जानते हैं। इसलिए कहा जाता है कि बड़े बुजुर्गों की बात हमें माननी चाहिए। हमारी हर धार्मिक मान्यता और परंपरा के पीछे कहीं ना कहीं वैज्ञानिक कारण भी छिपा होता है।
मां लक्ष्मी हो जाती हैं नाराज
घर के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि रात में नाखून और बाल काटने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इससे हमारे पास धन की कमी होने लगती है। और हम गरीबी के दलदल में फंसते चले जाते हैं।
क्या है वैज्ञानिक कारण
हमारे धर्म में कोई भी मान्यता या परंपरा ऐसी नहीं है, जिसका वैज्ञानिक कारण न हो। रात के वक्त हम कई जरूरी काम ज्यादातर घर में ही करते हैं। जैसे खाना- पीना, टहलना, सोना। जब हम रात में बाल या नाखून काटते हैं तो कटे हुए बाल या नाखून घर में इधर-उधर बिखर जाते हैं। हो सकता है कि हमारे बाल खाने पीने के सामान में भी गिर जाए। अगर ऐसा हुआ तो हमारी या परिवार के अन्य लोगों की तबीयत बिगड़ सकती है। क्योंकि बाल और नाखून में कई खतरनाक बैक्टीरिया मौजूद रहते हैं।
बाल और नाखून न काटने का सामान्य कारण
रात में नाखून या बाल नहीं काटने के नियम बहुत पहले से चले आ रहे हैं। इसका सामान्य कारण भी शुरू से ही रहा है। बता दें कि पहले रात के समय में बड़ी मुश्किल से रोशनी का प्रबंध हो पाता था। इसलिए बाल और नाखून काटने का काम सूर्यास्त होने से पहले करने का नियम बनाया गया था। क्योंकि कम रोशनी में कैची इस्तेमाल करने से हमारे अंग कट सकते हैं यह में चोट लग सकती है। इन्हीं कारणों से रात में बाल और नाखून न काटने की सीख दी जाती है।