Chiraiya, motihari news: प्रखंड क्षेत्र की सुहागिन महिलाओं ने पति की दीर्घायु होने कामना तथा युवतियां ने मनवांछित वर की प्राप्ति को लेकर शुकवार को हरतालिका तीज का व्रत किया। व्रती महिलाओं ने पवित्र स्थान पर शिव एवं पार्वती की मूर्ति स्थापित कर विधिपूर्वक पूजा अर्चना की। पूजा के दौरान महिलाओं ने विशेष व्रत कथा का श्रवण किया, जिसमें माता पार्वती की कठिन तपस्या और भगवान शिव से उनके विवाह की कथा सुनाई गई।
पूजा के बाद गाए गए सामूहिक गीत
पूजा के बाद सामूहिक तीज गीत गाए गए और प्रसाद का वितरण किया गया। यह त्योहार उत्तर भारत में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यह व्रत सुहागिनों का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। इसमें पति की दीर्घायु के लिए पत्नी व्रत रखती है। श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाए जाने वाले इस त्योहार का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है। इसमें उनका संपूर्ण दिन उपवास में बीतता है।
अत्यंत फलदाई है व्रत
हरतालिका तीज का व्रत विवाहित महिलाओं पूजा के बाद गाए गए सामूहिक गीतके लिए पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। वहीं, अविवाहित युवतियां मनवांछित वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत करती हैं। व्रत के दौरान व्रती महिलाएं दिनभर अन्न-जल का त्याग करती हैं। उनका मानना है कि माता पार्वती की तरह कठिन तपस्या से इच्छित फल की प्राप्ति होती है।