खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए शुक्रवार, 24 जून का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन सुबह-सुबह आसमान में सात ग्रह वंदनबार बनाते हुए एक कतार में नजर आएंगे। इस विशेष खगोलीय घटना को बिना टेलीस्कोप के खाली आंखों से देखा जा सकता है, लेकिन इसके लिए सुबह जल्दी उठना पड़ेगा।
सुबह 4:30 बजे होगी यह खगोलीय घटना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि शुक्रवार सुबह आकाश में बुध (मरकरी), शुक्र (वीनस), चंद्रमा (मून), मंगल (मार्स), बृहस्पति (जुपिटर) और शनि (सेटर्न) खगोलीय पिंडों की वंदनबार उगते सूर्य का स्वागत करेगी। ये सभी खगोलीय पिंड सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर पूर्वी आकाश से शुरू होकर सिर के ठीक ऊपर तक एक कतार के रूप में नजर आएंगे। ठीक पूर्व में कुछ ऊंचाई पर बुध, उसके कुछ ऊपर तेज चमकता शुक्र, इसके ऊपर चंद्रमा, फिर लाल ग्रह मंगल, उसके कुछ ऊंचाई पर सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति और सबसे ऊपर शनि ग्रह होगा। यह आकाश में लगभग 106 डिग्री में फैले होंगे।
इन सभी ग्रहों को खुली आंखों से देखा जा सकता है
उन्होंने बताया कि इन सभी ग्रहों को बिना टेलिस्कोप से खाली आंखों से देखा जा सकेगा। इन पांच ग्रहों के साथ यूरेनस और नेप्च्यून ग्रह भी होंगे, लेकिन इन्हें किसी बड़े टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा। ग्रहों के कतार की यह इस साल की विशेष खगोलीय घटना है। सारिका ने कहा कि शुक्रवार को जल्दी उठकर ग्रहों की कतार देखने के लिए तैयार रहें, क्योंकि इस तरह खास खगोलीय घटनाएं कई साल में देखने को मिलती हैं।