एक तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी जहां सूबे में स्वच्छ प्रशासन का दावा करती है। वहीं एक दूसरी तस्वीर बंगाल से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग में सुशासन की पोल खोल देती है। जहां पश्चिम बंगाल के आसनसोल से गुजरने वाले ट्रक चालक इन दिनों डर और भय के साये मे जी रहे हैं। ट्रक चालकों का आरोप है की रात के अंधेरे मे गस्ती ड्यूटी पर निकले कुछ पुलिस कर्मी उनके साथ कागजात चेकिंग करने के बहाने उन्हें सड़क पर घंटो खड़ा कर देते हैं, और बिना किसी कसूर के। बिना किसी आरोप के उनसे खर्चे पानी की मांग करते हैं, प्रायः “कट मनी” या नज़राने वाली खर्चे की मांग में वो ट्रक चालकों से 200 से लेकर करीब 500 रूपए तक करते हैं। पैसे देने में आनाकानी करने पर पुलिस कर्मी उनको झूठे केस मे फंसाकर जेल भेजने की धमकी तक भी दे डालते हैं।
परेशानी के डर से पैसे देने को विवश हैं ट्रक चालक
प्राथमिकी के डर से और बेवजह सड़क पर घंटों खड़ा रहने के डर से ट्रक चालकों को मजबूरन उन पुलिस कर्मियों को पैसे देने पड़ते हैं, यही कारण है, की शिल्पाँचल की विभिन्न चौक -चौराहों पर पुलिस कर्मी अपनी पेट्रोलिंग गाड़ी (गस्ती वाहन) खड़ा कर ट्रक चालकों से रात के अंधेरे मे खुलेआम अवैध वसूली को अंजाम देते हैं। अवैध वसूली की घटना आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमीशनरेट के अंतर्गत आने वाली नौर्थ थाना इलाके मे देखने को मिली। नौर्थ थाना इलाके के कल्ला मोड़ स्थित मंगलवार देर रात करीब 10 बजे नॉर्थ थाना के एकएसआई अनिल सिंह को देखा गया जो अपनी रात्रि गस्ती ड्यूटी मे थे। वह अपने गस्ती वाहन कल्ला मोड़ इलाके मे स्थित ग्वाला पाड़ा सड़क किनारे लगाकर अपने कुछ पुलिस कर्मियों के द्वारा ट्रक चालकों से अवैध वसूली करवा रहे थे। उस रास्ते से रात के 10 बजे से ईंट और कोयले से लदे ट्रक पार होते हैं।
कैमरे में कैद हुई तस्वीर तो भागने लगे पुलिसकर्मी
ट्रक चालकों से जब 200 से 500 रुपए अवैध वसूली की जा रही रही थी। उसी दौरान एसआई अनिल सिंह के नेतृत्व मे उनके साथ गस्ती ड्यूटी मे तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा ट्रक चालकों से अवैध वसूली की वारदात कैमरे मे कैद हुई। यह देख सभी पुलिसकर्मियों के पसीने छूटने लगे। पहले तो उन्होने ट्रक चालकों से अपने पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध वसूली की आरोपों को सरेआम खारिज कर दिया, पर जैसे ही ट्रक चालकों द्वारा उनके सामने पुलिस कर्मियों द्वारा पैसे की मांग करने का आरोप ऑन कैमरे के सामने लगाया गया तो पुलिस के जवान मीडिया के कैमरे से बचने के लिए पुलिस वाहन लेकर फरार हो गए।