Holi is festival of colours. रंगोत्सव। रंगोत्सव के पहले होलिका। सभी बुराइयों और द्वेष को जलाकर समाप्त करने का अवसर। अपने मन के भीतर से लेकर समाज में प्रेम और अच्छाइयों को फैलाने का अवसर। मन के भीतर जो कचरा है, उसे फेंक कर समूह के साथ मिलकर आनंद की अनुभूति और अभिव्यक्ति का दूसरा नाम होली है। होली जैसा इस धरती पर शायद ही कोई पर्व हो, जिसमें गीत होता है, संगीत होता है और रंग-बिरंगी बहार के नजारे होते हैं। ये नजारे हम बनाते हैं, इसलिए ये नजारे बने रहें, यह जरूरी है। ये तभी बने रहेंगे,जब हमारे मन के भीतर से लेकर समाज के बाहरी ढांचे तक में सद्भाव का माहौल होगा।
केमिकल युक्त रंगों से बचें
होली पर रंग-गुलाल लगाने की परंपरा पुरानी है, लेकिन इस परंपरा में बड़ों को सम्मान देना, छोटों को स्नेह देना और समकक्षों के साथ मित्रता के रिश्ते का निर्वाह करना, यही इसका मुख्य संदेश है। हम आज के समय में बाजार में मिल रहे रंगों की हकीकत भी जानते हैं। कमाई के लिए रंगों में केमिकल की मिलावट की जाती है और इनके प्रयोग से हमारी सेहत पर खराब असर पड़ता है। कोरोना महामारी ने साल 2020 और 2021 की होली में बहुत खलल डाला। हम मस्ती से होली नहीं मना सके। अब कोरोना ढलान पर है, पर हमें सतर्कता बरतते रहने की जरूरत है। सतर्कता के साथ इस बार हम जमकर होली खेलें, लेकिन अपने घर में हर्बल रंग गुलाल बनाकर। नेचुरल रंग से होली खेलकर हम खुद को भी बचाएं और नेचर को भी बचाएं। आज हम कुछ खास हर्बल कलर को घर में बनाने की जानकारी देते हैं। कल भी इसकी जानकारी दी जाएगी। भूमिका यथावत रहेगी।
नीम की पत्तियों से बनाएं हरा रंग
हरे रंग का गुलाल बनाने के लिए सबसे पहले नीम की पत्तियों को सुखाकर पीसने के बाद उसका पाउडर या पेस्ट बना लें। नीम का उपयोग त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीएलर्जिक गुण पाए जाते हैं जो पिंपल्स, एक्ने जैसी समस्याओं से भी निजात पाने में मदद करेंगे। नीम के अलावा पालक को सुखाकर भी हरा रंग बनाया जा सकता है। इस रंग से जमकर होली खेलें। किसी की भी त्वचा इससे प्रभावित नहीं होगी। बालों पर असर नहीं पड़ेगा और आपके आसपास का वातावरण भी शांत और सुखद बना रहेगा।
पलाश के फूलों से बनाएं ऑरेंज रंग
ऑरेंज रंग बनाने के लिए आप पलाश के फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए होली से एक दिन पहले रात को पानी में खूब सारे पलाश के फूल डाल दें। सुबह पानी से फूल निकाल दें। हेली के लिए आपका ऑरेंज रंग बनकर तैयार है। इस रंग से जमकर होली खेलें। खुशियां मनाएं। आपकी त्वचा खराब नहीं होगी और न इसका वातावरण पर कोई खराब असर पड़ेगा। कल चर्चा करेंगे गुलाबी लाल और पीले रंग पर।
समाचार सम्राट डॉट कॉम की ओर से सबको होली की शुभकामनाएं और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध।
डॉ. रामकिशोर सिंह, संपादक