Health Update News, Benefit Of Water Melon For Body In Summer : जैसे ही गर्मी बढ़ती है हमारे शरीर में पानी की कमी होती है यदि हम पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं लेते हैं तो जैविक क्रियाओं पर इसका असर पड़ता है हम जानते हैं कि वाटर मेलोन यानी तरबूज हमारे शरीर के लिए पानी का बड़ा स्रोत है। गर्मी में तरबूज खा कर हम अपने शरीर को कई बीमारियों से दूर रख सकते हैं। फिर भी यदि हेल्थ संबंधी कोई परेशानी आए तो डॉक्टर की राय ही सर्वोपरि है। यूरिक एसिड की समस्या से आजकल हर कोई परेशान है। असल में ये एक प्रकार की मेटाबोलिक प्रोसेस से जुड़ी समस्या है, जिसमें आपका शरीर प्रोटीन से निकलने वाले वेस्ट प्रोडक्ट प्यूरिन (purine) को पचा नहीं पाता है। ऐसे में ये प्यूरिन पथरी के रूप में हड्डियों के बीच जमा हो जाती है और इस वजह से आपको गाउट की समस्या होने लगती है। इस स्थिति में तरबूज (watermelon is good for uric acid) का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है।
A. ड्यूरेटिक है तरबूज
ड्यूरेटिक (Diuretic) यानी कि तरबूज (Watermelon benefits) मूत्रवर्धक है। दरअसल, तरबूज में पानी की अच्छी मात्रा होती है जिसकी वजह से ये आपके शरीर के अंदर जमा टॉक्सिन्स को फ्लश ऑउट करने में मदद मिलती है। यही काम ये प्यूरिन के साथ भी करता है। ये शरीर में प्यूरिन मेटाबोलिज्म को तेज करता है और इसे पानी से साथ बहाते हुए शरीर से बाहर ले जाता है।
B.यूरिक एसिड को बढ़ने नहीं देता
ये बहुत सिंपल सा फॉर्मूला है जितना आपके शरीर में पानी (watermelon in high uric acid) रहेगा, उतना ही तेज आपका मेटाबोलिक रेट होगा और आपका शरीर समय-समय पर डिटॉक्स होता रहेगा। ऐसी स्थिति में जब आप तरबूज खाते हैं, ये पेट में जा कर हाइड्रेशन बढ़ाने के साथ मेटाबोलिक रेट को बढ़ावा देगा, इस वजह से आपके शरीर में प्रोटीन पचने की गति सही रहेगी और इस तरह ये यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने में मदद करेगा।
C.गाउट के दर्द को कम करने में मददगार
जब प्यूरिन आपकी हड्डियों में जमा हो जाता है तो ये गाउट की समस्या का कारण बनता है और ये बहुत ही दर्दभरी स्थिति होती है। ऐसे में जब आप तरबूज खाते हैं तो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, पानी के साथ पथरी फ्लश ऑउट होता है और हड्डियों के बीच हाइड्रेशन बना रहता है और यही तमाम चीजें गाउट के दर्द को कम करने में मदद करती है। तो, इन तमाम कारणों से आपको हाई यूरिक एसिड की समस्या में तरबूज खाना चाहिए।