UP News, The groom Raja had run away from the wedding hall, when the police searched him, the bride became happy, the marriage took place, then.. : कहा जाता है कि शादी के दिन तो दूल्हा-दुल्हन के मन में लड्डू फूटते रहते हैं, लेकिन यह तो दुखद बात है कि शादी के मंडप से ही दूल्हे राजा अपनी मां के साथ भाग जाएं। ऐसी स्थिति में आखिर शादी कैसे होगी। ऐसी ही घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग में कुछ दिन पहले हुई थी।
बीच में आना पड़ा पुलिस को
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि बाद में दूल्हे ने शादी की, लेकिन इसके लिए यूपी पुलिस को बीच में आना पड़ा। बताया जाता है कि शादी का मंडप छोड़ने के बाद गुस्से में दूल्हे ने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। इससे परेशान वधू पक्ष ने कैसरबाग पुलिस से मदद मांगी। यूपी पुलिस ने मदद की। उन्होंने दूल्हे को ढूंढा भी और बाद में अपनी आंखों के सामने दुल्हन से उसकी शादी भी करवाई।
वधू पक्ष के व्यवहार से थी नाराजगी
जानकारी के अनुसार, जम्बूरखाना निवासी सोनिया की शादी आजम से तय हुई थी। निकाह के लिए मौलवी भी शादी में शामिल थे। बारात के मंडप पर पहुंचने के बाद दूल्हे और उसकी मां को वधू पक्ष का व्यवहार पसंद नहीं आया। इससे नाराज आजम और उसकी मां ने निकाह तोड़ने की बात सोचकर वहां से बिना बताए चले गए। बारातियों और वधू पक्ष के लोगों ने दूल्हे को फोन करने की कोशिश की लेकिन बार-बार उसका फोन ऑफ बताता रहा। हारकर वधू पक्ष पुलिस के पास पहुंचा और उनसे दूल्हे को ढूंढने की गुहार लगाई।
पुलिस चौकी में ही हो गया निकाह
इंस्पेक्टर कैसरबाग अजय नारायण सिंह ने बताया कि सूचना पर इंस्पेक्टर ने दरोगा विजय यादव को दूल्हे को तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी। वधू पक्ष से नंबर लेकर दरोगा ने फोन मिलाया तो इस बार आजम का फोन मिल गया। आजम ने कॉल उठाया तो दरोगा विजय यादव ने उसे बात करने के लिए चौकी बुला लिया। इस बीच वधू पक्ष के लोग भी चौकी पहुंच गए। चौकी में ही सोनिया-आजम का निकाह मौलवी ने पढ़वाया।