New Delhi News, national news, cricket news, cricketer Kapil Dev : अपनी शानदार बल्लेबाजी से विश्व कप 1983 का ख़िताब भारत के नाम करने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान कपिल देव की पीड़ा हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान झलकी है। उन्होंने संकेत में कहा कि कभी-कभी अधिक पैसे होने से भी घमंड आ जाता है। मौजूदा दौर के क्रिकेटरों के पास अफरात पैसे हैं, जिसका उन्हें घमंड है। वे पूर्व खिलाड़ियों से सलाह तक लेना उचित नहीं समझते। ऐसे क्रिकेटर्स खुद को सर्वज्ञानी मान बैठे हैं। पहले और आज के क्रिकेटर में यही अंतर है। ऐसे में वे बार-बार एक ही गलती दोहराते चले जाते हैं। उन्हें यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि खेल में हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है और सीखने की कोई उम्र नहीं होती।
जिसने 50 सीजन देखे हों, उससे मदद लेने में क्षति कैसी
कपिलदेव ने कहा था, बहुत सारे क्रिकेटर हैं जिन्हें मदद की जरूरत है। जब सुनील गावस्कर हैं, तो आप उनसे बात क्यों नहीं कर सकते? उन्हें लगता है कि हम सब कुछ जानते हैं। हो सकता है कि वे सब कुछ जानते भी हों, लेकिन जिसने क्रिकेट के 50 सीजन देखे हों, उसकी अतिरिक्त मदद से कोई नुकसान नहीं होगा।
गावस्कर भी कह चुके हैं ऐसा
सुनील गावस्कर ने भी हाल में कपिलदेव की ही बात दोहराई थी और कहा था कि आज का कोई खिलाड़ी मेरे पास सलाह लेने नहीं आता। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण मेरे पास आकर बल्लेबाजी में आई खामियों को लेकर जरूर बातें किया करते थे। वे किसी खास समस्या को लेकर मुझसे संपर्क करते थे। यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि सीनियर्स आपको कुछ ऐसा बता सकते हैं, जिस पर आपने शायद गौर न किया हो।