झारखंड रणजी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने अब झारखंड छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इससे संबंधित पोस्ट शेयर कर यह जानकारी दी है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि वह नये सत्र में बड़ौदा रणजी टीम का हिस्सा होंगे। उन्हें उम्मीद है कि नया सीजन उनके लिए बेहतरीन साबित होगा। उन्होंने अपने इमोशन शेयर करते हुए लिखा है कि मैं 18 साल से लगातार झारखंड का प्रतिनिधित्व करता आ रहा हूं। अपने राज्य की टीम को छोड़ना इतना आसान नहीं होता, लेकिन कैरियर और बेहतरी के लिए कभी-कभी जीवन में ऐसा निर्णय लेना पड़ता है।
2010-11 सत्र में वरुण ने बटोरीं थीं सुर्खियां
आपको बता दें कि पहली बार वरुण एरोन 2010-11 सत्र के दौरान एकाएक सुर्खियों में आ गए थे। राष्ट्रीय मीडिया में ओर और उनकी चर्चा थी। यह चर्चा इसलिए हो रही थी क्योंकि उन्होंने विजय हजारे ट्राफी के खिताबी मुकाबले में गुजरात के विरुद्ध झारखंड की ओर से खेलते हुए 153 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। वरुण एरोन को टीम इंडिया का भी प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल चुका है। वह भारत की ओर से 9 टेस्ट और इतने ही एकदिवसीय मैच खेल चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने कुल 18 विकेट लिए हैं। वही एकदिवसीय मैचों में वह भारत के लिए 11 विकेट चटकाए हैं।
चोट से जूझते रहे हैं वरुण एरोन
वरुण एरोन एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं। कई मौकों पर उन्होंने यह साबित भी किया है। लेकिन चोट से उनका बहुत ही नजदीकी रिश्ता रहा है। अक्सर वह चोट से जूझते रहे हैं। इस कारण क्रिकेट में उन्हें वह सफलता नहीं मिल पाई है, जिसके वह हकदार हैं।
वरुण एरोन का ऐसा रहा है क्रिकेट कैरियर
प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में वरुण एरोन ने अब तक 63 मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 167 विकेट लेने में सफलता हासिल की है। दूसरी ओर उन्होंने 73 लिस्ट ए मैच में 115 विकेट चटकाए हैं। झारखंड के लिए उन्होंने आखरी बार 2020 में प्रथम श्रेणी का मैच महाराष्ट्र के विरुद्ध खेला था।
झारखंड के लिए उनका आखिरी लिस्ट-ए मैच 2021 में हैदराबाद के विरुद्ध था। फिलहाल वरुण एरोन आईपीएल में गुजरात टाइटंस हिस्सा हैं। उन्हें आईपीएल 2022 मेगा नीलामी में फ्रेंचाइजी ने 50 लाख रुपये में खरीदा था। आईपीएल में वह अब तक दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स, केकेआर, राजस्थान रॉयल्स और आरसीबी टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।