महेंद्र सिंह धोनी मैदान के अंदर और बाहर कई ऐसी मिशाल पेश कर चुके हैं, जिसे देखकर अथवा सुनकर कहा जा सकता है कि वह एक नेक दिन इंसान होने के साथ-साथ अच्छे क्रिकेटर भी हैं। वह हर परिस्थिति में अपने को ढालना जानते हैं। इन्हीं कारणों से उन्हें दुनिया भर में सम्मान के दृष्टिकोण से देखा जाता है। ऐसे में उन्होंने अब एक और मिशाल पेश की है, जो हर खिलाड़ी के लिए अनुकरणीय हो सकती है।
अब फिनिशर की भूमिका में कम नजर आते
महेंद्र सिंह धोनी अब टीम की फिनिशर की भूमिका में भी कम ही नजर आते हैं। अब वो नंबर 6, 7 अथवा 8 पर बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आते हैं। इसके चलते कई बार उन्हें मैदान पर बल्लेबाजी के लिए भी नहीं उतरना पड़ता है। इसी के चलते कई आलोचकों का कहना है कि महेंद्र सिंह धोनी कप्तान हैं, इसलिए वह टीम के प्लेइंग 11 में शामिल हैं। जिस बात का जवाब अब माही ने अपने चिर परिचित शांत अंदाज में दे दिया है।
परिस्थितियों के अनुसार लेते हैं निर्णय
महेंद्र सिंह धोनी के फैसलों से साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वो परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने को वरीयता देते हैं। इसलिए जब महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल के शुरू होने के मात्र दो दिन पहले कप्तानी रविंद्र जडेजा को देने का फैसला किया, तब उन्होंने टीम मीटिंग में ये बात भी साफ कर दी कि अगर वो एक अच्छे विकेट कीपर के तौर पर अच्छा प्रदर्शन ना कर पाएं तब उन्हें टीम से बाहर कर रेस्ट दे दिया जाए और किसी और खिलाड़ी को मौका दिया जाए। खबरों की माने तो ये बात उन्होंने रविंद्र जडेजा को कप्तानी सौंपते हुए उनसे कही है।
धोनी ने खुद से आगे जडेजा को रखा
गौरतलब है कि चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से रिटेन खिलाड़ियों में महेंद्र सिंह धोनी ने खुद ही रविंद्र जडेजा को उनसे पहले रखा था। टीम के गेंदबाज दीपक चाहर ने इस बात का खुलासा किया था। साथ ही कहा था कि माही भाई का बस चले तो वो एक भी पैसा लिए बिना ही खेलें। साथ ही महेंद्र सिंह धोनी ने भी एक इंटरव्यू में बताया था कि कोई उनसे कहे या सोचे कि उन्हें अब ऐसा करना बंद कर देना चाहिए। वह उसके पहले ही उसे कर देना उचित समझते हैं। उनके कई फैसले इसी के मुताबिक लिए गए हैं।